मुख्यमंत्री ने किया अस्पतालों का मुआयना  

नई दिल्‍ली: दिल्‍ली में तेजी से बढ़ रहे डेंगू के मामलों के बीच राजधानी के अस्‍पतालों में स्‍वास्‍थ्‍य व्‍यवस्‍था और मरीजों के हालात का जायजा लेने के लिए खुद मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पूर्वी दिल्‍ली के जीटीबी हॉस्पिटल का औचक मुआयना किया। यहां सीएम ने अस्पतालों पर सख्ती के संकेत के साथ नया कानून बनाने की कोशिश की बात कही। सीएम ने कहा, इस मसले पर विधानसभा का सत्र बुलाया जा सकता है। उन्‍होंने माना कि अस्पतालों में बहुत ज़्यादा भीड़ है। इसके बाद सीएम डॉ. हेडगेवार अस्‍पताल भी जाएंगे।

मरीजों को अस्‍पतालों में भर्ती न करने और अन्‍य शिकायतों को लेकर दिल्‍ली सरकार ने राजधानी के सभी निजी अस्‍पतालों को तलब किया है। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री सतेंद्र जैन ने शाम सात बजे सभी प्राइवेट अस्‍पतालों को तलब किया है।

इससे पहले दिल्ली के लाडोसराय में डेंगू की वजह से सात साल के एक बच्चे की मौत के मामले में दिल्ली सरकार ने मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए। इस मामले में दिल्ली के पांच अस्पतालों को नोटिस जारी किया गया था। दरअसल, बच्चे के परिजनों का आरोप था कि वे बच्चे को लेकर मैक्स, मूलचंद समेत कई अस्पतालों में गए, लेकिन सभी ने बेड की कमी होने का हवाला देकर भर्ती करने से इनकार कर दिया। बाद में बच्चे को बत्रा अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई। बच्चे की मौत के बाद उसके माता-पिता ने भी खुदकुशी कर ली थी।

दिल्‍ली के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री सतेंद्र जैन ने स्‍वीकारा कि दिल्‍ली के अस्‍पतालों में बिस्‍तर की कमी है। उन्‍होंने कहा कि पहले क़ानून बदला जाना चाहिए। साथ ही कहा कि 10,000 बेड और बढ़ाए जाएंगे।

वैसे, दिल्ली में डेंगू के मरीजों की तादाद बढ़ती ही जा रही है। राजधानी में अब तक डेंगू के 1,800 से ज़्यादा मामले सामने आ चुके हैं। आधिकारिक तौर पर अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है। दिल्ली सरकार ने इससे निपटने के लिए सभी सरकारी डॉक्टरों और पैरा मेडिकल स्टाफ की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। साथ ही सरकारी अस्पतालों से बेडों की संख्या बढ़ाने और किसी भी मरीज़ को बिना इलाज के न लौटाए जाने की बात कही है।