IILM एकेडमी का 5 वाॅं दीक्षांत समारोह संपन्न 

लखनऊ: आई.आई.एल.एम. एकेडमी आॅफ हायर लर्निंग, लखनऊ में 5 वाॅं वार्षिक दीक्षांत समारोह आज संस्थान परिसर में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती वंदना से हुआ। समारोह में मुख्य अतिथि एल. के. झुनझुनवाला, चेयरमैन फिक्की, उत्तर प्रदेश स्टेट काउन्सिल लखनऊ ने उत्तीर्ण छात्रों को उपाधियाँ एवं पदक प्रदान किये और छात्रों एवं समारोह में उपस्थित माननीय अतिथियों को सम्बोधित किया।

पी.जी.डी.एम 2013-15 बैच  के 42 छात्रो को  उपाधियाॅं  तथा मेधावी छात्रों में कुलवन्त राय स्वर्ण पदक दिव्या चतुर्वेदी व वर्षा सिंह  को, चेयरपर्सन रजत पदक निघि श्रीवास्तव  को तथा निदेशक कास्य पदक आकाश बैजल को प्रदान किया गया। 

दीक्षांत समारोह को सम्बोधित करते हुए एल.के.झुनझुनवाला, चेयरमैन फिक्की उत्तर प्रदेश स्टेट काउन्सिल  ने आज के इस प्रतिस्पर्धात्मक युग में अनुशासन के महत्व पर बल दिया। और कहा कि आज के उत्तीर्ण छात्र भविष्य के सी0ई0ओ0 है और आने वाले समय में इस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिये सकारात्मक मानसिक दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता है। उन्होने कुछ व्यक्तियों का उदाहरण देते हुए बताया कि वही व्यक्ति सफलता के शिखर पर पहुॅंचता है जो सकारात्मक मानसिक दृष्टिकोण अपनाता है तथा जिसमें दूसरों की अपेक्षा एक अतिरिक्त कदम चलने का जज्बा होता है। अपने अपार अनुभव को साझा करत हुए श्री झुनझुनवाला ने छात्रो को बताया कि असफलताओ से घबराने के बजाये उन्से लडकर उन पर विजय प्राप्त करना चाहिये जो भी कार्य आपके हाथो में दिया जाये उसे पूरी तनमयता के साथ पूर्ण करना ही सफलता का सूत्र है। अतं में श्री झुनझुनवाला ने सभी छात्रो को अपनी शुभकामनाए दी तथा छात्रों के विकास में आई.आई.एल.एम के योगदान की सराहना की।

दीक्षांत समारोह के विश्ष्टि अतिथि आइ.एम.आर.बी के फील्ड निदेशक श्री विकास वाजपेई  ने कहा कि कालेज की परीक्षाये वास्तव में उस महत्वपूर्ण परीक्षा की तैयारी थी जो कि भविष्य में उनके सामने आने वाली है। उन्होने छात्रो को बताया कि खुद को पहचाने और बडे लक्ष्यो को प्राप्त करने के लिये लगातार प्रयास करते रहे। उन्होने अपने अनुभव के आधार पर बताया कि व्यापार जगत संभावनाओ एव अवसरो से भरा हुआ है इन अवसरो को प्राप्त करने के लिये अपनी योग्यता को सिद्ध करना पडेगा तभी लक्ष्य की प्राप्ति होगी।

संस्थान की निदेशक डा0 नायला रूश्दी ने अपने विचार व्यक्त करते हुये कहा कि प्रबन्धन शिक्षा को कक्षाओं तक सीमित रखना उचित नहीं है। उन्होने कहा कि आई.आई.एल.एम., लखनऊ छात्रों के बहुमुखी विकास के लिये उन्हें विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों को आयोजित करने एवं उनमे भाग लेने का अवसर देता है। उन्होंने बताया कि आई.आई.एल.एम, लखनऊ के सभी छात्र कैम्पस प्लेसमेन्ट पाने मे सफल होते  हैं क्योंकि उन्हें इसी प्रकार की उद्योग उन्मुख शिक्षा प्रदान की जाती है।

संस्थान की डीन डा0 शीतल शर्मा ने अतिथियों का स्वागत किया।  अन्त में कार्यक्रम के मुख्य को-आर्डिनेटर सचिन श्रीवास्तव ने धन्यवाद ज्ञापित किया।