लखनऊ: उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने आज नेशनल पी0जी0 कालेज, लखनऊ में आयोजित विश्व बंधुत्व दिवस पर आह्वान किया कि विश्व बंधुत्व दिवस के अवसर पर मिलकर काम करने का संकल्प करें। भारत को अपनी युवा शक्ति पर विश्वास है। युवाओं के माध्यम से परिवर्तन हो सकता है। युवा ऐसी भूमिका में हों कि देश का विकास हो सके। उन्होंने कहा कि युवा अपने व्यक्तित्व का विकास विश्व बंधुत्व के आधार पर करें। 

श्री नाईक ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द का जीवन चेतना और प्रेरणा देने वाला है। स्वामी जी का विलक्षण व्यक्तित्व था। वे देश भक्त विचारक और मानवता प्रेमी थे। उनमें आत्म विश्वास था जिसके आधार पर उन्होंने शिकागों में भारतीय संस्कृति की बात रखी। स्वामी जी का कृतित्व और विचार ने विश्व के इतिहास प्रवाह को गति प्रदान की। उन्होंने कहा कि हमें ऐसे व्यक्तित्व पर गर्व होना चाहिए।

राज्यपाल ने वहां उपस्थित छात्र-छात्राओं को व्यक्तित्व विकास के चार मंत्र बताते हुए कहा कि सफल भविष्य के लिये सदैव प्रसन्नचित रह कर मुस्कराते रहे। दूसरे के अच्छे गुण की प्रशंसा करें तथा अच्छे गुणों को आत्मसात करने की कोशिश करें। दूसरों को छोटा न दिखाये और हर काम को और बेहतर ढंग से करने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि वैश्विक चुनौती का सामना करने में स्पर्धा एवं आत्मविश्वास जरूरी है।

इस अवसर पर पद्मश्री श्री प्रकाश सिंह पूर्व डीजीपी, श्री विक्रम सिंह पूर्व डीजीपी, प्राचार्य नेशनल कालेज श्री एस0पी0 सिंह सहित अन्य लोगों ने भी अपने विचार रखें।