मुंबई। हिंदू धर्म को मजबूत करने के लिए हिंदुओं से अपनी जनसंख्या बढ़ाने का अनुरोध करने वाले भारतीय जनता पार्टी के सांसदों पर कटाक्ष करते हुए सत्तारूढ़ गठबंधन में घटक दल शिवसेना ने सरकार को याद दिलाया कि भारत की ‘दयनीयता’ के पीछे अत्यधिक जनसंख्या एक कारक है और इस तरह के विचारों का समर्थन नहीं किया जा सकता।

कुछ साधुओं और बीजेपी सांसदों ने ‘मुस्लिमों को कड़ी चुनौती देने के लिए हिंदुओं के लिए चार शादियों तथा अधिकतम संभव बच्चों का समर्थन किया है।’ शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में एक संपादकीय में कहा कि इस तरह के बयानों पर हम टिप्पणी करें इसके बजाय, या तो वरिष्ठ बीजेपी नेताओं या सरकार को इस मुद्दे पर अपना रूख स्पष्ट करना चाहिए। केवल जनसंख्या बढ़ाकर मजबूती नहीं लाई जा सकती। पार्टी ने कहा कि परिवार नियोजन कानूनों को कठोर करने के लिए आरएसएस को सरकार पर दबाव बनाना चाहिए।

विश्व हिंदू परिषद के नेता प्रवीण तोगड़िया पर नासिक के कुंभ मेले से संबंधित हाल की उनकी कथित टिप्पणियों को लेकर निशाना साधते हुए शिवसेना ने कहा कि एक ओर ‘छोटा परिवार, सुखी परिवार’ जैसे नारों का प्रचार किया जाता है, जबकि दूसरी तरफ ‘चार पांच बच्चों’ की वकालत वाले बयान दिए जाते हैं।

शिवसेना के अनुसार, तोगडिया ने हाल में नासिक में संवाददाताओं से कहा था कि हम उन हिंदू परिवारों के लिए हेल्पलाइन शुरू करेंगे जिनके बच्चे नहीं हैं। हम इन परिवारों का इलाज कराएंगे और उन्हें चार बच्चे पैदा करने के लिए प्रेरित करेंगे। इन बयानों की आलोचना करते हुए संपादकीय में कहा गया कि हम फिलहाल भारत में जनसंख्या विस्फोट से निपट रहे हैं। हमारी दयनीयता के लिए अत्यधिक जनसंख्या एक कारण है। बढ़ती जनसंख्या बेरोजगारी और गरीबी पैदा करती है।

गौरतलब है कि बीजेपी सांसद साक्षी महाराज तब विवादों के घेरे में आ गये थे जब इस साल के शुरू में उन्होंने हिंदुओं महिलाओं से कम से कम चार बच्चे पैदा करने का आह्वान किया था।