लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि अभिनव प्रयोग करने वाली प्रतिभाओं को मौका प्रदान करना सरकार और समाज की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि अज्ञात प्रतिभाआंे के जरिए ही सभी बड़े अविष्कार दुनिया के समक्ष आ पाए, जिनकी बदौलत आज मानव सभ्यता इतनी आगे पहुंची है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में दूर-दराज के क्षेत्रों में कई प्रतिभाएं ऐसे प्रयोग कर रही हैं जिनके व्यवहारिक उपयोग से समाज को काफी लाभ होगा।

मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर समाज में  उदाहरण प्रस्तुत करने वाले तथा विभिन्न क्षेत्रों में अभिनव कार्य करने वाली प्रतिभाओं को सम्मानित करने के बाद अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने अभिनव तकनीक एवं विशिष्टिता का प्रदर्शन करने वाली इन प्रतिभाओं को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा भी की। उन्होंने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद को निर्देशित किया है कि विभिन्न जनपदांे में नई तकनीक पर काम करने वाले प्रतिभाओं को हर सम्भव सहयोग प्रदान किया जाए, जिससे वे अपने प्रयोगों को उत्पाद के स्तर तक लाने में सफल होते हुए प्रदेश का नाम रौशन कर सकंे।  

मुख्यमंत्री ने जनपद बुलन्दशहर के  फैज़ुल हसन कादरी को आश्वस्त किया कि उनकी परियोजना (ताजमहल निर्माण) को पूरा करने के लिए निजी तौर पर सहयोग प्रदान करने पर विचार किया जाएगा। साथ ही, उनके गांव में बालिका इण्टरमीडिएट काॅलेज की स्थापना के लिए आगामी वित्तीय वर्ष के बजट में धनराशि की व्यवस्था की जाएगी। इसके साथ ही, उनके गांव को श्री जनेश्वर मिश्र ग्राम योजना के तहत आच्छादित करते हुए इस योजना की सभी सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएंगी। 

ज्ञातव्य है कि अपनी पत्नी की याद में ताजमहल बनाने वाले जनपद बुलन्दशहर के गांव कसेरकला निवासी 80 वर्षीय फैजु़ल हसन कादरी को मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया। श्री कादरी एक अवकाश प्राप्त पोस्ट मास्टर हैं। बुलन्दशहर की जिलाधिकारी ने बताया कि श्री कादरी ने अपनी संचित धनराशि एवं जमीन बेचकर अब तक इस कार्य में लगभग 17 लाख रुपये खर्च किए, लेकिन अभी भी यह कार्य अधूरा है। श्री फैज़ुल ने मुख्यमंत्री से अपने गांव में बालिकाओं के लिए हाईस्कूल स्तर के विद्यालय की स्थापना का अनुरोध किया था।

श्री यादव ने कार दुर्घटना में घायल व्यक्ति को बचाने और अस्पताल में घायल व्यक्ति के परिवार के आने तक उपस्थित रहने के लिए सिपाही कीर्ति प्रकाश ओझा, रजनीश राठौर, हेमबाबू निगम तथा उदय कुमार साहू को 11-11 हजार रुपये का चेक एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यदि उपलब्ध आंकड़ों को देखा जाए तो इस समय देश में सर्वाधिक मौत का कारण दुर्घटना ही है, अधिकांश दुर्घटनाएं लोगों की लापरवाही से होती हैं, जिसे हर हाल में रोका जाना चाहिए। 

मुख्यमंत्री ने जनपद सुल्तानपुर के श्री आनन्द पाण्डेय को स्पीड ब्रेकर से विद्युत पैदा करने तथा श्री हसन रजा खां को चालक रहित मेट्रो संचालन जैसे प्रयोगों के लिए सम्मानित किया। इसी प्रकार जनपद फैजाबाद के 12वीं कक्षा के छात्र श्री वंश चतुर्वेदी को घर में अवैध व्यक्ति के घुसने पर उसे पकड़ने तथा आग लगने पर सतर्क करने के उपकरण के साथ-साथ आॅटोमेटिक लेबल इंडिकेटर बनाने के लिए सम्मानित किया। श्री चतुर्वेदी ने बताया कि ये सभी उपकरण लगभग 100 रुपये में ही प्राप्त किए जा सकते हैं। 

मुख्यमंत्री ने जनपद बागपत के हामिद बसौद को भी सम्मानित किया। ज्ञातव्य है कि बसौद ने मारूती कार में 05 लोगों को बैठाकर 60 किलोमीटर प्रति घण्टे की रफ्तार से 02 किलोमीटर तक कार को हवा के माध्यम से चलाने में सफलता प्राप्त की है। मुख्यमंत्री ने प्रमुख सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी हिमांशु कुमार को स्वयं बागपत जाकर बसौद की तकनीक को देखने-समझने के निर्देश दिए। 

इस मौके पर श्री यादव ने जनपद फैजाबाद के 07 वर्षीय दुनिया के सबसे कम उम्र के कवि एवं लेखक मास्टर मृगेन्द्र राज पाण्डेय की पुस्तक का विमोचन किया तथा इन्हें सम्मानित भी किया। ज्ञातव्य है कि मास्टर मृगेन्द्र का नाम गिनीज़ बुक आॅफ रिकाॅडर््स में दर्ज है। 

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री द्वारा ड्रेगन एकेडमी आॅफ मार्शल आर्ट के प्रबन्धक जी0पी0 त्रिपाठी को भी सम्मानित किया गया। श्री त्रिपाठी अपनी प्रतिभा और लगन के बल पर इण्टर नेशनल कुंग फ़ू फेडरेशन में उपाध्यक्ष बनने में सफल रहे हैं। त्रिपाठी ने अपनी संस्था की तरफ से मुख्यमंत्री को कुंग फ़ू में ब्लैक बेल्ट की मानद उपाधि प्रदान की, जबकि संस्था की तरफ से प्रमुख सचिव सूचना नवनीत सहगल ने मुख्यमंत्री को चीन की एक तलवार भेंट की।