बेंगलुरू: टेनिस स्टार सानिया मिर्जा को खेल रत्न से सम्मानित किए जाने के खेल मंत्रालय के फैसले पर कर्नाटक हाई कोर्ट ने बुधवार को रोक लगा दी। पैरालिंपियन एच.एन गिरिशा ने इस फैसले को होईकोर्ट में चुनौती दी थी।

खेल मंत्रालय ने दुनिया की नंबर-1 महिला डबल्स खिलाड़ी सानिया को उनके बेहतरीन खेल के लिए खेल रत्न से सम्मानित करने का फैसला किया था।

वहीं लंदन पैरालिंपिक 2012 में गिरिशा ने हाई जम्प में सिल्वर मेडल जीता था। गिरिशा ने कहा कि देश के इस सबसे बड़े खेल अवॉर्ड के असली हकदार वही हैं। गिरिशा ने बताया कि मंत्रालय परफॉर्मेंस पर आधारित पॉइंट सिस्टम के हिसाब से ही अवॉर्ड विजेता का नाम तय करता है और मैं 90 पॉइंट के साथ इसमें सबसे ऊपर हूं।

 गिरिशा ने कहा कि मैं जानता हूं कि सानिया ने ग्रैंड स्लैम टाइटल जीता है लेकिन मंत्रालय के नोटिफिकेशन के मुताबिक, सिर्फ 2011 से लेकर अब तक ओलंपिक्स, एशियाड, कॉमनवेल्थ गेम्स और वर्ल्ड चैंपियनशिप्स पर ही विचार किया जाता है।

सानिया ने अपना पहला महिला डबल्स ग्रैंड स्लैम जून महीने में स्विस पार्टनर मार्टिना हिंगिस के साथ जीता था। इस बड़ी जीत से पहले वह दुनिया की नंबर-1 खिलाड़ी बनी थीं।