लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि हल्ला बोल संस्कृति में भरोसा करने वाले सपाई कानून व्यवस्था के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कानपुर में खाकी पिटती है, महोबा में सपा मुखिया के खिलाफ केस दर्ज कराने वाले जज के मकान मालिक को धमकी दी जाती हैं। दांवे कानून व्यवस्था ठीक करने के है पर राज्य की तार-तार होती कानून व्यवस्था के लिए दांवो से इतर कार्यवाही नहीं होती। 

उन्होंने कानपुर में दरोगा की पिटाई की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कानपुर कहते है कि सपा विधायक के भाई और दरोगा एक दूसरे पर पिटाई की बात कह रहे है। चकेरी इस्पेक्टर से पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी गयी हैं। किन्तु विधायक कह रहे है कि जिस शख्स ने दरोगा से मारपीट की वहां मेरा भाई फैजान नहीं है अब सच कौन बोल रहा है। स्थिति ये हो गयी है कि सत्ता के दबाव में अपने कत्र्तव्यों का निर्वाहन करते अधिकारियों को पिटते आलाधिकारी देख रहे है जान रहे है पर कार्यवाही करने से कतराते हुए नजर आ रहे है।

श्री पाठक ने कहा कि महोबा में सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के गैंगरेप संबधी बयान को स्वतः संज्ञान में लेते हुए नोटिस देने वाले जज के मकान मालिक को सपा नेता फोन करते है धमकाते है और तुरन्त जज से मकान खाली कराने का निर्देश देते है सहमा मकान मालिक अपनी सुरक्षा गुहार करता घूम रहा है। प्रतिपक्ष सहित मीडिया पर साजिश का आरोप लगाने वाली अखिलेश सरकार को यह सब क्यों नहीं दिख रहा है जो लोग कानून तोड़ रहे है, उसका मजाक बना रहे है, वर्दी के इकबाल को चुनौती दे रहे है अपरोक्ष रूप से न्यायपालिका को धमकाने का संदेश देने में जुटे है उन पर कार्यवाही कौन करेगा। 

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव न्याय और विधि सम्मत कार्यवाही का भरोसा तो दिलाते है पर कानून व्यवस्था के लिए परेशानी का सबब बनते अपने पार्टी कार्यकर्ताओं पर लगाम नहीं लगाते। कानपुर में हुई घटना तथा महोबा में हुई घटना में दोषियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही हो।