10 प्रतिशत और चढ़ सकते हैं भाव 

मुंबई : बंबई एपीएमसी के निदेशक अशोक आहूजा के अनुसार बेमौसमी बारिश के कारण फसल प्रभावित होने के बीच सीमित आपूर्ति के कारण प्याज के दाम 10 प्रतिशत और चढ़ सकते हैं। उल्लेखनीय है कि देश के ज्यादातर हिस्सों में प्याज के खुदरा भाव पहले ही लगभग 80 रुपये प्रति किलो तक चढ गए हैं।

आहूजा ने बताया, भविष्य में स्थिति और गंभीर होने वाली है और हमें आने वाले दिनों में कीमत में 10 प्रतिशत की और तेजी का अनुमान है क्योंकि अगले महीने बाजार में आने वाली मौजूदा फसल कम बरसात के कारण प्रभावित हो सकती है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से आयात किया गया प्याज पहले से बाजार में है और मिस्र से आने वाली खेप अगले सप्ताह बाजार में आयेगी। उन्होंने कहा कि लेकिन इससे कीमतें कम होने में कोई खास मदद नहीं मिलेगी।

उन्होंने कहा, आयात किये गये प्याज के तीस तीस टन वाले 100 से 200 कंटेनर वाले प्याज को पूरे देश मं वितरित किया जायेगा। अकेले मुंबई को प्रतिदिन 80 से 100 ट्रक प्याज की जररत होती है और हरेक ट्रक में 12 टन प्याज होता है। इससे आगे हमारा घरेलू स्टॉक भी तेजी से घट रहा है। इसलिए आयात, प्याज की कीमतों को कम करने में सक्षम नहीं होगा।  

महाराष्ट्र के लासलगांव में प्याज की थोक बिक्री कीमत बढ़कर 60 रुपये प्रति किलो हो गई है जबकि खुदरा बाजार में प्याज पहले से करीब 80 रुपये प्रति किलो के भाव बिक रहा है। पुलिस ने कल कहा कि मुंबई के उपनगरीय इलाके के एक दुकान से करीब 50,000 रुपये का करीब 700 किलो प्याज चुराया जा चुका है।

नासिक में एक किसान ने नंदगांव पुलिस से शिकायत की कि उसके यहां से करीब 2,000 किलो प्याज चुरा लिया गया। सरकार के द्वारा उपाय किये जाने के बावजूद घरेलू उत्पादन में कमी आने के बाद बाजार में सीमित आपूर्ति के कारण देश भर में विगत कुछ सप्ताहों में थोक और खुदरा दोनों बाजारों में कीमतें में निर्बाध बढ़त जारी है।

फसल वर्ष 2014-15 (जुलाई से जून) में कुल प्याज उत्पादन 189 लाख टन होने का अनुमान है जो पिछले साल के 194 लाख टन के उत्पादन से मामूली कम है। केन्द्र सरकार ने प्याज के न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) को 425 डॉलर प्रति टन से बढ़ाकर 700 डॉलर प्रति टन कर दिया है। सरकारी व्यापार करने वाली कंपनी एमएमटीसी ने 10,000 टन प्याज का आयात करने के लिए निविदा जारी की है। इसके लिए निविदा को 27 अगस्त को खोली जायेगा।