नई दिल्‍ली: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा ने उन्हें उस सूची से हटाने के सरकार के कदम का स्वागत किया है, जिसके तहत हवाई अड्डों पर उनकी जामातलाशी नहीं की जाती थी। उन्होंने कहा कि वह इस कदम का इंतजार कर ही रहे थे, क्योंकि वह कोई ‘अति विशिष्ट व्यक्ति’ नहीं है।

उन्होंने एक बयान में कहा, ‘आखिरकार…मैं प्रसन्न हूं और इस तथाकथित सुरक्षा छूट विशेषाधिकार को खत्म किए जाने का इंतजार करता रहा हूं। यह विशेषाधिकार, जिसका कभी इस्तेमाल नहीं किया गया। वाड्रा ने कहा, मैं इस वीवीआईपी सूची से अपना नाम हटाने के लिए लिखित सहमति देने के लिए पूरी तरह से तैयार रहा हूं। मैं वीआईपी नहीं हूं और पहले भी इस पर अपना नजरिया व्यक्त कर चुका है। कृपया… कुछ-कुछ दिनों में इस खबर से लोगों के समय की बर्बादी बंद हो।’

उनकी प्रतिक्रिया सरकार द्वारा उनका विशेषाधिकार खत्म करने के कदम की पृष्ठभूमि में आई है।

गृह मंत्रालय ने नागर विमानन मंत्रालय से दलाई लामा और वाड्रा सहित लोगों की 33 श्रेणियों की सूची की समीक्षा की उसकी योजना पर आगे बढ़ने को कहा है, जिन्हें देश के हवाई अड्डों पर जामातलाशी से छूट मिली हुई है।