इस्लामाबाद: भारत-पाक एनएसए स्तर की वार्ता पर पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सरताज अजीज ने इस्लामाबाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भारत आरोप लगाते हुए कहा, भारत हुर्रियत मुद्दे पर एनएसए स्तर की वार्ता रद्द करना चाहता है। हम बातचीत को तैयार हैं लेकिन कश्मीर के बिना भारत से कोई गंभीर बातचीत संभव नहीं है। मैंने अपना भारत दौरा रद्द नहीं किया है। मैं भारत जाने को तैयार हूं। हमने बातचीत रद्द नहीं की है, भारत के प्रेस कॉन्फ्रेंस पर नजर है। एनएसए की बातचीत होगी या नहीं भारत को तय करना हैं।

सरताज अजीज ने कहा, ऐजेंडे में कश्मीर की बात थी। उन्होंने कहा, पाकिस्तान ऊफा के ऐजेंडे पर कायम है। भारत ने बातचीत के लिए शर्तें रखी हैं। पाकिस्तान बिना शर्त बातचीत के लिए तैयार है। हमने भी 3 डॉजियर तैयार किये हैं। पाकिस्तान भारत को डॉजियर सौंपेगा। पाकिस्तान के डॉजियर में रॉ के दखल का जिक्र है। भारत अपनी शर्तों से बताना चाहता है कि कश्मीर कोई ऐजेंडा नहीं है। हुर्रियत नेताओं को हिरासत में लिए जाने के पाकिस्तान को धक्का लगा है।

गौरतलब है कि पाकिस्तान के एनएसए और भारत एनएसए अजीत डोभाल के साथ रविवार और सोमवार को चर्चा करने का कार्यक्रम है। पाकिस्तान को भारत जहां यह स्पष्ट कर चुका है कि अलगाववादियों और अजीज के बीच मुलाकात उचित नहीं होगी, वहीं पाकिस्तान इस बात पर अड़ा है कि वह अलगाववादी हुर्रियत नेताओं से वार्ता करने की अपनी विगत समय से चली आ रही परिपाटी से पीछे नहीं हटेगा।

भारत ने हुर्रियत प्रतिनिधियों को पाकिस्तान के आमंत्रण को भड़काउ कदम करार दिया है और आरोप लगाया कि इस्लामाबाद आतंकवाद पर वास्तविक चर्चा करने की अपनी प्रतिबद्धता से बचने की कोशिश कर रहा है जिस पर वह पिछले महीने रूस के उफा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नवाज शरीफ के बीच हुई बैठक में सहमत हुआ था। भारत ने कहा है कि पूर्व शर्त के रूप में हुर्रियत नेताओं से मिलने की इस्लामाबाद की जिद उफा सहमति से पूरी तरह भागने का प्रयास है। इसके अतिरिक्त, भारत का हमेशा से यह रूख रहा है कि द्विपक्षीय संबंधों में तीन नहीं, सिर्फ दो पक्ष हैं।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कल कहा था कि एकतरफा ढंग से नयी शर्तें थोपना और सहमत एजेंडे को तोड़ना-मरोड़ना आगे बढ़ने का आधार नहीं हो सकता। पाकिस्तान ने बीती रात कहा था कि वह एनएसए स्तर की वार्ता के लिए भारत द्वारा पूर्व शर्त लगाए जाने से काफी निराश है। उसने भारत पर आरोप लगाया कि वह बेमतलब बहाने कर उच्चतम स्तर पर बनी सहमति के फैसले से पीछे हट रहा है। पाकिस्तानी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा, यह दूसरी बार है जब भारत बेमतलब बहाने कर समग्र वार्ता करने के लिए दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के बीच हुई सहमति के फैसले से पीछे हट रहा है।