अमेठी : केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर लगातार हमले कर रहे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने उस पर वादाखिलाफी का आरोप दोहराते हुए आज नया नारा दिया कि राजग सरकार के कार्यकाल में आज जनता को ‘ना तो कुछ मिला है और ना कुछ मिलेगा।’ 

अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र अमेठी के दौरे के दूसरे और अंतिम दिन राहुल ने लहियावां गांव में आयोजित नुक्कड सभा में मौजूद लोगों से पूछा, ‘मोदी जी ने चुनाव में आपसे काले धन को वापस लाकर सभी के खातों में 15-15 लाख रूपये डालने की बात कही थी, क्या वह पैसा आपको मिला?’  कांग्रेस उपाध्यक्ष ने ‘ना कुछ मिला है, ना कुछ मिलेगा’ का नारा देते हुए उसे उपस्थित लोगों से कई बार दोहराया। उन्होंने कहा कि मोदी सिर्फ बातें करते है, उनमें उन बातों को अमली जामा पहनाने का दम नहीं है।

‘चुप्पी, निलंबन और गिरफ्तारी’ को मोदी सरकार के ‘अच्छे दिनों’ का मंत्र बताते हुए राहुल ने कहा कि अब वह आईपीएल के फरार घोषित पूर्व कमिश्नर ललित मोदी की मदद करने में केन्द्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ओर राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिधिंया के बारे में कुछ हूं तो प्रधानमंत्री चुप्पी साध लेते हैं।

इससे पहले, मुंशीगंज गेस्ट हाउस में राहुल ने अमेठी से प्रदेश कांग्रेस के सदस्यों के साथ बैठक में विधानसभा चुनाव पर बात की संभावित चुनाव लडने वाले लोगों के नाम पर भी बात की। सूत्रों के मुताबिक बैठक में सदस्यों ने पूर्व में हारे लोगों को चुनाव टिकट न देने की बात रखी तो राहुल ने इस पर सहमति दी। राहुल ने हर हाल में अमेठी की पांचो सीटें हासिल करने पर जोर दिया।

राहुल ने कहा कि हम अपनी बात जनता के बीच मजबूती से रखने में कंजूसी करते हैं, केन्द्र सरकार की नाकामी, किसान विरोधी नीतियों की बात हमें जनता के बीच पहुंचाना होगा। समय कम है। आपसी मनमुटाव को भुलाकर विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट जाये। आम जनता से मुलाकात के दौरान राहुल ने उनकी समस्याएं सुनी और उनके निराकरण का आश्वासन दिया। उसके बाद वह भेंदुआ गांव में आचार्य विनोबा भावे की मूर्ति का अनावरण करने के लिए रवाना हुए।