नई दिल्ली: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संसद का मॉनसून सत्र खत्म होने के बाद गुरुवार को उन्हें कुछ करियर से जुड़ी सलाह भी दी।  राहुल गांधी ने कहा कि, ‘प्रधानमंत्री को दाग़ी आईपीएल क्रिकेट कमिश्नर ललित मोदी को देश वापिस लाने का मौका नहीं चूकना चाहिए।’  जब हम चुनाव हारे थे तब हमें लगा था कि पीएम मोदी में कोई बात है, लेकिन अब हमें पता चल गया है कि उनमें दम नहीं है।’

राहुल और उनकी पार्टी कांग्रेस ने पीएम मोदी पर ललित मोदी के साथ सांठ-गांठ होने का आरोप लगाया है। ऐसे में राहुल गांधी के इस बयान के बाद ये तय है कि अब बीजेपी ज़रुर उनपर पलटवार करेगी।  बुधवार को ही वित्तमंत्री अरुण जेटली ने राहुल गांधी को  ‘बिना जानकारी वाला विशेषज्ञ’ कहा था।

लेकिन इस सबसे बेपरवाह राहुल गांधी ने कल संसद में अपने भाषण के दौरान सरकार और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पर कड़ा हमला किया था।  उन्होंने सीधा पूछा था कि सुषमा स्वराज को दो सवालों के जवाब देने बाकी हैं, ‘पहला ये कि उनके परिवार को ललित मोदी से कितना पैसा मिला और दूसरा ये कि उन्होंने ललित मोदी को दी गई मदद छुपा कर क्यों रखी थी?’   

संसद का मॉनसून सत्र बगैर किसी काम के गुरुवार को समाप्त हो गया। इस सत्र में कांग्रेस पार्टी के लगातार हंगामे के कारण कोई भी कामकाज नहीं हो सका है, कांग्रेस सुषमा स्वराज के इस्तीफ़े की मांग कर रहा था।

जबकि सुषमा स्वराज ने बुधवार की बहस के दौरान एक बार फिर से दोहराया कि उन्होंने ब्रिटेन के अधिकारियों को ललित मोदी और उनकी बीमार पत्नी को इलाज के लिए पुर्तगाल भेजे जाने का जो आग्रह किया उसमें कुछ भी गलत नहीं था। सुषमा ने ब्रिटेन की सरकार से कहा था कि अगर वो मोदी दंपत्ति को पुर्तगाल जाने देते हैं तो भारत सरकार से उसके संबंधों पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। लेकिन कांग्रेस का कहना है ऐसा कहकर सुषमा सरकार के स्टैंड के ख़िलाफ़ गईं थी।