लखनऊ  : शिया  बेगुनाह जवानों को गिरफतार और रिमाॅन्ड पर लिये जाने की कडी निंदा करते हुये मौलाना सैयद कल्बे जव्वाद नकवी ने कहा कि पुलिस ने जिन 6 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है और रिमांड पर लिया हम उसकी कड़ी निंदा करते हैं । गुलशन अब्बास से पुलिस ने सादे कागज पर जबरदस्ती डरा धमका कर हस्ताक्षर लिए हैं और रिवालवर बरामद दिखाया है । उलमा ने कहा हम पुलिस के इस रवैये की कड़ी निंदा करते हैं ।गुलशन अब्बास को फंसाने की साजिश  की जा रही है। आखिर उससे  सादे कागज पर ड्रा धमका कर क्यों हस्ताक्षर लिए गए हैं उसकी जांच होनी चाहिए।

वहीं आज सुबह मौलाना सैयद कल्बे जवाद नकवी इमामबाड़ा नाजिम साहब के कत्ल क्ये गये मुतवल्ली तकी रजा के परिजनों से मिलने पहुंचे और उन्हें संवेदना प्रस्तुत की । तकी रजा के लिए फातिहा ख्वानी  भी की गई। इस अवसर पर मौलाना सैयद कल्बे जवाद नकवी ने कहा कि वक्फ बोर्ड माफियाओं की सरपरस्ती कर रहा है। अगर वक्फ बोर्ड ने पहले ही अवैध कब्जों के खलिाफ कार्रवाई की होती और माफियाओं पर शिकंजा कसा होता और सख्ती की होती तो आज यह नौबत न आती। अगर वक्फ बोर्ड का यही हाल रहा और माफियाओं की सरपरस्ती नहीं रुकी तो आगे भी ऐसी हत्या की घटनायें पेश आने का खतरा है । मौलाना ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जंगलराज है प्रशासन अपनी जिम्मेदारी को समझे और माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्यवाही करे। उलमा कमेटी ने कहा कि  माफियाओं की सरपरस्ती और नेतृत्व खत्म कया जाए और जो लोग माफियाओं की सरपरस्ती और नेतृत्व कर रहे हैं उनकी भी जांच होनी चाहिए । दोनों घटनाओं की उलमा कमेटी ने कडी निंदा की । उल्मा कमेटी के सदस्यों में मौलाना हबीब हैदर, मौलाना फिरोज हुसैन, मौलाना रजा हुसैन, मौलाना इफ्तिखार हुसैन, मौलाना तसनीम महदी और अन्य उलमा मोजूद रहे।