कोलंबो : श्रीलंका के पूर्व विकेट कीपर बल्लेबाज रोमेश कालूवितर्णा ने कहा कि भारत के नये टेस्ट कप्तान विराट कोहली जीत के लिये भूखे दिखते हैं लेकिन उन्हें अपेक्षाओं के बड़े बोझ से भी निबटना होगा। 

कालूवितर्णा ने कहा, ‘भारत में अपेक्षाएं बहुत अधिक होंगी। उनके देश में बहुत से लोगों की इसमें काफी दिलचस्पी है और वे देखना चाहेंगे कि कप्तान के रूप में कोहली खुद को कैसे ढालते हैं। उन्हें इन सब अपेक्षाओं से भी निबटना होगा। मुझे पूरा विश्वास है कि नया कप्तान अच्छा प्रदर्शन करना चाहता है और वह जीत के लिये भूखा है।’ 

वर्तमान में श्रीलंका ए के कोच और तीन दिवसीय अभ्यास मैच के दौरान यहां बोर्ड अध्यक्ष एकादश के भी कोच रहे कालूवितर्णा ने कहा कि तीन टेस्ट मैचों की आगामी श्रृंखला श्रीलंका के लिये भी काफी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, ‘श्रीलंका के लिये यह श्रृंखला काफी महत्वपूर्ण है। हमने पाकिस्तान के खिलाफ पिछली श्रृंखला में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया और हमें वापसी के लिये खुद रास्ता तलाशना होगा क्योंकि भविष्य में हम आगे कैसे बढ़ेंगे यह उसके लिये मुख्य कारक होगा। इसके अलावा श्रीलंका संगकारा के लिये श्रृंखला जीतने के लिये कोई कसर नहीं छोड़ना चाहेगा।’ 

भारत ने 12 अगस्त से शुरू होने वाली श्रृंखला से पहले एकमात्र अभ्यास मैच ड्रा कराया और कालूवितर्णा ने कहा कि श्रृंखला में यह परिणाम खास मायने नहीं रखेगा।

भारत ने अभ्यास मैच में दो पारियों में 351 और 180 रन बनाये। भारतीय गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया तथा बोर्ड अध्यक्ष एकादश को पहली पारी में 121 रन पर आउट किया। भारत की तरफ अंजिक्य रहाणे ने शतक जड़ा जबकि शिखर धवन, के एल राहुल और चेतेश्वर पुजारा भी रन बनाने में सफल रहे। 

भारतीय गेंदबाजों विशेषकर इशांत शर्मा और आर अश्विन ने अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन बल्लेबाजों में रोहित शर्मा, कोहली और रिद्धिमान साहा नहीं चल पाये। भारत हालांकि तब भी पहले टेस्ट में पांच गेंदबाजों के साथ उतरने के बारे में सोच रहा है। कालूवितर्णा ने कहा, ‘भारतीय टीम पिछले कुछ समय से ऐसा कर रही है और यदि वे यहां भी वही रणनीति अपनाती है तो यह हैरानी भरा नहीं होगा।’ 

उन्होंने कहा, ‘उनके सभी गेंदबाजों ने यहां अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन यह कहना कि उनका संयोजन क्या होगा, मुश्किल है। जब तक हम गाले की पिच को नहीं देख लेते तब तक यह अनुमान लगाना मुश्किल है कि वे तीन तेज गेंदबाजों और दो स्पिनरों के साथ उतरेंगे या नहीं। अमूमन वे तीन तेज गेंदबाजों और दो स्पिनरों के साथ उतरते हैं। उनके कुछ गेंदबाज अच्छी बल्लेबाजी भी कर लेते हैं और ऐसे में कोई भी टीम टेस्ट क्रिकेट में पांच गेंदबाजों के साथ उतरना पसंद करेगी।’दिग्गज बल्लेबाज कुमार संगकारा की यह आखिरी टेस्ट श्रृंखला होगी। वह कोलंबो में दूसरे टेस्ट मैच के बाद संन्यास ले लेंगे।

कालूवितर्णा ने कहा, ‘यह अच्छा है कि वह भारत के खिलाफ अपनी आखिरी श्रृंखला खेल रहे हैं। हमने हमेशा अपने इस पड़ोसी देश के साथ काफी क्रिकेट खेली है। उम्मीद है कि श्रीलंकाई टीम की तरफ से पहले दो मैचों में वह वैसी ही भूमिका निभाएंगे जैसी वह अपने पूरे करियर के दौरान निभाते रहे।’ 

क्या श्रीलंका संगकारा और माहेला जयवर्धने के संन्यास लेने से पैदा हुए शून्य को भर पाएगा, इस सवाल के जवाब में कालूवितर्णा ने कहा, ‘हमें निश्चित तौर पर उनकी कमी खलेगी। वे महान खिलाड़ी हैं लेकिन श्रीलंकाई क्रिकेट ने कई अच्छे खिलाड़ी पैदा किये हैं और यह अन्य खिलाड़ियों के लिये उनकी जगह भरने का सुनहरा मौका है। हो सकता है कि कुछ समय तक हम उनके जैसे दो खिलाड़ी नहीं ढूंढ पायें लेकिन हम टेस्ट स्तर के कुछ अच्छे खिलाड़ी पा सकते हैं।’