नई दिल्ली। मुंबई बम धमाकों के दोषी याकूब मेमन की फांसी पर रोक लगाने वाली याचिका खारिज करने वाले जस्टिस दीपक मिश्रा की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। जस्टिस मिश्रा को बुलेट प्रूफ कार मिली है। वहीं उनके घर पर कमांडोज भी तैनात कर दिए गए हैं। जस्टिस दीपक मिश्रा को धमकी मिलने के बाद उनकी सिक्युरिटी जेड प्लस कैटेगरी की कर दी गई है।

जस्टिस मिश्रा के लिए 50 सुरक्षाकर्मी लगाए गए हैं। नेशनल सिक्युरिटी गार्ड के कमांडोज 24 घंटे उन्हें सुरक्षा देंगे। वहीं जस्टिस मिश्रा को दो एस्कॉट व्हीकल भी मिलेंगे। हर सिक्युरिटी व्हीकल में कम से कम तीन सुरक्षाकर्मी होंगे।

गौरतलब है कि याकूब मेमन की दया याचिका खारिज करने वाली सुप्रीम कोर्ट की तीन सदस्यीय बैंच के प्रमुख जस्टिस दीपक मिश्रा को अज्ञात व्यक्ति से धमकी भरी चिटी मिली थी। इस पर दिल्ली पुलिस ने मामला भी दर्ज कर लिया था।

गौरतलब है कि 30 जुलाई को देर रात हुई सुनवाई में तीन सदस्यीय बैंच, जिसमें जस्टिस दीपक मिश्रा, जस्टिस पीसी पंत और जस्टिस अमिताव रॉय ने सर्वसम्मति से याकूब मेमन की दया याचिका खारिज कर दी थी। अपने फैसले में बैंच ने कहा था कि टाडा कोर्ट द्वारा 30 अप्रेल को याकूब का डेथ वारंट और 30 जुलाई को उसको फांसी देने का दिन तय करना सही है। इससे पहले जस्टिस कुरियन जोसफ ने इस मामले में अलग मत व्यक्त किया था, जिसके बाद केस को बैंच को दिया गया।

जस्टिस कुरियन जोसफ और अनिल आर दवे की याकूब की फांसी के मामले में अलग-अलग राय थी। जस्टिस जोसफ ने कहा था कि याकूब की क्यूरेटिव पीटिशन रद्द करने के मामले में कुछ गलती थी। जबकि जस्टिस दवे ने फैसले को सही बताया था।