नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना को जिम्बाब्वे दौरे पर नहीं भेजे जाने को लेकर नया खुलासा सामने आया है। एक अंग्रेजी दैनिक में प्रकाशित खबर के मुताबिक जिम्बाब्वे दौरे के लिए कप्तान के रूप में चयनकर्ताओं की पहली पसंद अजिंक्य रहाणे नहीं, बल्कि सुरेश रैना थे लेकिन सुरेश रैना को आराम देने का फैसला सिर्फ ललित मोदी के ई-मेल के कारण किया गया। 

खबर के अनुसार, ललित मोदी के ई-मेल में इस बात का जिक्र किया गया है कि सुरेश रैना, रविंद्र जडेजा और ड्वेन ब्रावो ने एक रियल स्टेट के कारोबारी से लाभ प्राप्त किया। जिम्बाब्वे दौरा के लिए 29 जून को टीम का चयन किया गया था, लेकिन इससे दो दिन पहले एक मेल ललित मोदी ने आईसीसी के सीईओ को भेजा था।

हालांकि चयनकर्ता इस खबर के दावे को खारिज कर रहे हैं। बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर ने पहले ही सुरेश रैना को क्लीन चिट दे दी थी। अनुराग ठाकुर ने कहा था कि ललित मोदी का यह मेल पांच साल पुराना है। जब ललित मोदी के ई- मेल का मामला गरमाया था तो सुरेश रैना ने भी यह बात साफ कर दी थी कि उन पर जो आरोप लगे हैं, वे बिलकुल गलत हैं। सुरेश रैना ने कहा था कि वे आजीवन ईमानदारी के साथ खेले हैं और आगे भी खेलते रहेंगे।