लखनऊ: ‘अंक-पत्र प्राप्त न होना, उपाधि प्राप्त न होना, परीक्षा में बैठने के बावजूद अनुपस्थित दिखाया जाना, नियमों की सही जानकारी प्राप्त न होना एवं अन्य नैत्यिक प्रकृति के कार्यों से संबंधित शिकायतों के निमित्त विश्वविद्यालय आने वाले छात्रों एवं अभिभावकगण की समस्याओं के निराकरण हेतु कुलपति यथोचित कार्यवाही करें। प्रत्येक सप्ताह के दो या तीन दिन सुविधानुसार समयावधि तय कर छात्र-छात्राओं तथा आगुन्तकों से मिलकर उनकी समस्याओं के संबंध में कार्यवाही करें। कृत कार्यवाही से राज्यपाल सचिवालय को भी अवगत करायें।‘

इस आशय का पत्र प्रदेश के राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्री राम नाईक ने उक्त समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए समस्त राज्य विश्वविद्यालयों/संस्थान के कुलपतियों को भेजा है। उन्होंने अपने पत्र में कहा है कि छात्रों एवं अभिभावकों द्वारा प्रेषित पत्रों के अवलोकन से परिलक्षित होता है कि विश्वविद्यालय स्तर पर ऐसी समस्याओं के निदान हेतु कोई प्रभावी कार्यतंत्र नहीं है। छात्र-छात्राओं की समस्याओं के निदान के लिए यथोचित निर्णय लेकर अग्रेतर कार्यवाही कराये जाने की आवश्यकता है जिससे विश्वविद्यालय स्तर से ऐसी समस्याओं का परीक्षण कर उनका समाधान किया जा सकेगा।

उल्लेखनीय है कि श्री नाईक को विश्वविद्यालयों से संबंधित समस्याओं के निमित्त बड़ी संख्या में छात्रों एवं अभिभावकों से पत्र प्राप्त हो रहे हैं जिसको उन्होंने गंभीरता से लिया है।