नई दिल्ली : आतंकवाद से सख्ती से निपटने की प्रतिबद्धता जताते हुए सरकार ने आज कहा कि कल उधमपुर में बीएसएफ के काफिले पर हमला करने वाले दोनों आतंकवादी पाकिस्तानी थे तथा पकड़े गये आतंकवादी से पूछताछ में महत्वपूर्ण जानकारियां मिलेंगी।

गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने इस आतंकवादी हमले के बारे में ज्यसभा में स्वत: आधार पर दिए गए बयान में कहा कि सरकार इसमें शहीद हुए बीएसएफ के दोनों जवानों को वीरता पुरस्कार देने पर विचार करेगी। साथ ही जिन निहत्थे ग्रामीणों ने अदम्य साहस दिखाते हुए एक आतंकवादी को पकड़ने में मदद की, उनको पुरस्कृत करने के लिए राज्य सरकार से अनुरोध किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि पांच अगस्त को सुबह करीब सात बजे उधमपुर शहर से 18 किमी दूर चिनानी तहसील में नरसू नाला के समीप जम्मू श्रीनगर राजमार्ग पर सीमा सुरक्षा बल के काफिले पर आतंकवादी हमला हुआ। इस हमले में बीएसएफ की 59वीं बटालियन के कॉन्स्टेबल एवं हरियाणा के यमुना नगर निवासी रॉकी तथा दूसरी बटालियन के कॉन्स्टेबल एवं पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी निवासी शुभेन्दु राय शहीद हो गए। इस हमले में बीएसएफ के 14 अन्य जवान घायल हुए। सिंह ने कहा कि इस हमले में संलिप्त दो आतंकवादियों मे से एक को मार गिराया गया जबकि दूसरे को स्थानीय निवासियों की मदद से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।  

सिंह ने कहा कि पकड़े गए आतंकवादी को जम्मू लाया गया है जहां संबंधित अधिकारियों द्वारा उससे पूछताछ जारी है। प्रारंभिक पूछताछ में पकड़े गए आतंकवादी ने अपना नाम मोहम्मद नावेद उर्फ उस्मान, निवासी फैसलाबाद, पाकिस्तान बताया है। उसने अपने मारे गए साथी का नाम मोहम्मद नोमेन उर्फ नोमीन, निवासी बहावलपुर, पाकिस्तान बताया है। गृह मंत्री ने कहा कि इस संबंध में चेनानी पुलिस थाने में शस्त्र कानून, गैरकानूनी गतिविधियां निरोधक कानून तथा अन्य कानूनों के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है और आगे की जांच जारी है। आतंकवादियों के पास से दो एके 47 रायफल, मैगजीन, ग्रेनेड और गोलाबारूद आदि बरामद किए गए हैं।

सिंह ने कहा कि बीएसएफ, जम्मू कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों ने क्षति को कम करने तथा हमले को विफल करने में अदम्य साहस का परिचय दिया है। उन्होंने कहा कि जवानों के इस साहसी कदम के लिए शहीद हुए जवानों के परिजनों को अनुग्रह राशि एवं नौकरी देने के अतिरिक्त सरकार तत्काल सभी को वीरता पुरस्कार देने के लिए भी विचार करेगी।