लखनऊ: व्यापम में घोटाले और FTII के चेयरमैन पद पर आर.एस.एस. से जुड़े लोगों की नियुक्ति के बाद अब यह पूरी तरह साफ हो गया है कि पी.एम.ओ. और खेल मंत्रालय ने पूरे देश के सभी ब्लॉकों तक आर.एस.एस. की विचारधारा को थोपने की पूरी तयारी कर ली है।

उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के महासचिव दीपक सिंह ने आज यहां प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारवार्ता में कहा कि यह मामला केन्द्रीय युवा कायर्क्रम व खेल मंत्रालय के नेहरू युवा केंद्र संगठन का है, जिसमें ब्लाक स्तर पर के चयन हेतु चयन समिति में सरकारी नियम और कानून को ताख पर रख कर सभी जनपदों में आर.एस.एस. और भाजपा के नेताओं को सरकार की ओर से नामित कर दिया गया है। अब यह नेता आसानी से ब्लॉकों में अपने विचारधारा वाले युवाओं की नियुक्ति कर सम्पूर्ण देश में सरकारी विभाग में नियुक्त लोगों से आपने कार्य करायेंगे और आपनी विचार धारा को देश पर थोपेंगे।

उल्लेखनीय है कि नेहरू युवा केंद्र संगठन में  NYC का चयन कभी राजनैतिक दल नहीं कर सकते। यह सरकारी विभाग है। पहले एक समिति के माध्यम से नियुक्ति के लिए विज्ञापन भी निकाला गया किन्तु उक्त समिति द्वारा भेजे गये नामों को निरस्त करते हुए खेल मंत्रालय द्वारा केन्द्र सरकार की मंशा के अनुरूप भाजपा एवं आरएसएस के लोगों की नियुक्ति की गयी। सरकार की तरफ से जिले वार नाम भी मांगे गए और नाम भेजे भी गए पर उन नामो में बीजेपी के लोग नहीं थे इसलिए  5 जून  को NYC की चयन प्रक्रिया को तत्काल प्रभाव से रोक दिया गया, जबकि 1 जून 2015 तक सभी नियुक्तियां हो जानी थीं और खेल मंत्रालय से सीधे नियुक्ति हेतु एक लिस्ट जिलों को भेजी गयी जिसमे बीजेपी और आरएसएस के लोग थे। अब यह लोग अपनी पार्टी और आरएसएस की विचारधारा के अनुरूप अभ्यर्थियों का चयन भी करेंगे और और चयनित अभ्यर्थियों से अपनी मंशा के अनुरूप काम भी लेंगे।

नेहरू युवा केन्द्र संगठन में होने वाली नियुक्ति के लिए बनायी गयी चयन समिति को यदि निरस्त नहीं किया गया तो पात्र युवा इस नियुक्ति से वंचित रह जायेंगे, जिस तरह मध्य प्रदेश के व्यापम घोटाला सामने आया है जिसमें अपात्रों को नियुक्ति मिली और पात्र अभ्यर्थी वंचित रह गये।

कांग्रेस पार्टी इस चयन समिति को भंग करने की मांग करते हुए केन्द्र सरकार के खेल मांत्रालय के इस कृत्य की निंदा करती है और इसकी न्यायिक जांच की मांग करती है। कांग्रेस पार्टी नेहरू युवा केन्द्र संगठन की इस चयन समिति के भंग होने तक संघर्ष करती रहेगी।