लखनऊ: एक तरफ जहां प्रदेश की समाजवादी पार्टी की सरकार ने चार-चार बार विद्युत मूल्यों में बेतहाशा वृद्धि करके आम जनता की कमर तोड़ दी है वहीं अब केन्द्र की मोदी सरकार ने महंगी सौर ऊर्जा खरीदने की शर्त लगाकर रही सही कसर भी पूरी कर दी है।

प्रदेश कंाग्रेस के इंचार्ज प्रवक्ता वीरेन्द्र मदान ने आज जारी बयान में कहा कि प्रदेश में विद्युत कटौती से किसान और आम जनता त्रस्त है। आये दिन विजली विभाग की हो रही धांधलियांे एवं लापरवाहियों का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है और जनता सड़कों पर उतरकर संघर्ष करने के लिए बाध्य हो रही है दूसरी तरफ प्रदेश सरकार विगत माह विद्युत की दरों में बेतहाशा वृद्धि कर आम जनता पर भारी आर्थिक बोझ डाल चुकी है। अब केन्द्र सरकार की यह शर्त यदि प्रदेश सरकार मान लेती है तो प्रदेश की जनता को और अधिक आर्थिक बोझ की कठिनाइयों को झेलने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।

श्री मदान ने कहा कि प्रदेश सरकार अपनी अक्षमताओं का ठीकरा आम जनता पर फोड़ने पर पूरी तरह अमादा है। विद्युत हानियों को रोकने, चोरी को रोकने एवं अनुरक्षण में असफल रहने का खामियाजा जनता भुगत रही है। 

श्री मदान ने कहा कि प्रदेश में सत्ता में आने के पहले समाजवादी पार्टी ने खुद को आम जनता एवं किसानों की हितैषी बताते हुए मंहगाई को तुरन्त काबू करने का वादा किया था जिसमें वह पूरी तरह विफल साबित हुई है।  वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने विगत लोकसभा चुनाव के दौरान अपनी रैलियों में सौ दिन के अंदर मंहगाई को पूरी तरह काबू कर आम आदमी की पहुंच तक कीमतों को कम करने का वादा किया था किन्तु जबसे केन्द्र में भारतीय जनता पार्टी की मोदी सरकार सत्ता में आयी है आम जनता मंहगाई से जूझ रही है तथा परेशान है।