पटना: लोजपा राष्ट्रपति शासन में बिहार का चुनाव कराना चहती है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामविलास पासवान ने कहा कि राज्य में विधि व्यवस्था खराब है अब चुनाव प्रभावित करने के लिए तबादलों का दौर शुरू हो गया है। ऐसे में चुनाव की निष्पक्षता बनाए रखने के लिए राष्ट्रपति शासन ही विकल्प है।

पार्टी कार्यालय में प्रेस से बातचीत में पासवान ने कहा कि हमने कभी राष्ट्रपति शासन की बात नहीं की। लेकिन हालात कुछ ऐसे हो गए हैं कि इस सरकार के रहते निष्पक्ष चुनाव संभव नहीं है। संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के नेतृत्व में पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को बिहार के चुनाव आयोग से तबादलों की शिकायत करेगा। इसी के साथ एक प्रतिनिधिमंडल गृह मंत्री से भी बात कर राज्य में राष्ट्रपति शसन लागू करने की मांग करेगा। प्रतिनिधिमंडल में सांसद रामचन्द्र पासवान के अलावा सत्यानंद शर्मा और ललन चन्द्रवंशी भी रहेंगे।

कहा कि सरकार को बताना चाहिए कि इतने बड़े पैमाने पर तबादलों का क्या मतलब है। अधिसंख्य अफसर बिना टर्म पूरा किए ही बदल दिए गए। अगर ये अफसर खराब थे, तो इन्हें इतने दिनों तक रखा क्यों गया। पासवान ने कहा कि सच यह है कि नीतीश कुमार को अपने काम पर भरोसा नहीं है। कहा, बिहार में अभी तीन सीएम हैं। नीतीश कुमार तो सीएम हैं ही लालू प्रसाद के साथ कांग्रेस के नेता भी इसी भूमिका में हैं। अफसरों को तीनों के प्रति लॉयल होना पड़ रहा है। प्याज की कीमत से जुड़े एक सवाल पर पासवान ने कहा कि प्याज का उत्पादन कम नहीं हुआ है। जमाखोरी रोकने के लिए राज्य सरकार को प्रयास करना चाहिए। नूडल्स पर उन्होंने कहा कि उपभोक्ता हित को लेकर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए।