नई दिल्ली। जिस देश में महिलाओं को सम्मान दिया जाता है। दहेज के खिलाफ हमेशा आवाज उठती रहती है। सरकार नारी सशक्तिकरण का हमेशा प्रयास करती है। ऎसे मे रिपोर्ट के आंकड़े चौंकाने वाले हैं। पिछले 3 सालों मे 24,771 महिलाओं की मौत दहेज के कारण हुई है।
लोक सभा में महिला एवम बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने एक लिखित ब्योरा पेश किया जिसमें 2012, 2013 और 2014 मे हुई महिलाओ की मौत का लेखा जोखा है। इसके मुताबिक पिछले तीन सालों में 8 लाख से भी ज्यादा मामले धारा 304 बी के तहत दर्ज हुए।
दहेज प्रथा के कारण हुई मौतों में उत्तर प्रदेश 7.048 सबसे आगे है वहीं बिहार 3.830 और मध्य प्रदेश 2.252 है। नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के मुताबिक 3.48 लाख मामले पति और उनके परिवार द्वारा घरेलू हिंसा के दर्ज हुए है। घरेलू हिंसा सबसे ज्यादा पश्चिम बंगाल(61,259) मे हुआ है इसके बाद क्रमश: राजस्थान (44,311) और आंध्र प्रदेश (34,835) का नंबर आता है।
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