लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने यादव सिंह प्रकरण में अखिलेश सरकार द्वारा की जा रही मेहरबानियों पर सवाल खडे करते हुए कहा कि काली कमाई के इस कुबेर को बचाने की जद्ोजहद में लगी सरकार सारी मर्यादा में तोड रही हैं। प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि दागी और दागदार अखिलेश सरकार को भाते है। यादव सिंह के मामले पर न्यायलय तक को कहना पडा कि क्या बात है कि दोनों सरकारों के लिए (होली काऊ) की तरह हो गया यादव सिंह। न्यायालय की तल्ख टिप्पणियों के बावजूद हठधर्मिता पर उतारू  सरकार आरोपी को बचाने के लिए एडी-चोटी  एक किए हुए है। उन्होंने कहा कि जिस तरह न्यायालय ने जांच का दायरा 12 साल के कार्यकाल को रखा है उससे स्पष्ट है कि भ्रष्टाचार पर सपा-बसपा गठजोड़  का भी खुलासा होगा, इसी घबराहट में सरकार सुप्रीम कोर्ट में जाकर यादव सिंह को बचाने की जुगत में लगी हैं।

मंगलवार को यादव सिंह को सीबीआई से बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट जायेगी सपा सरकार पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि काली कमाई के इस धनकुबेर पर पिछली बसपा सरकार की मेहरबानियाॅं सपा शासन में भी जारी रही है। बसपा सरकार के भ्रष्टाचार को संरक्षण देती अखिलेश सरकार ने नौ दिनों में 954 करोड़ रूपये निर्माण कम्पनियों को जारी किए जाने की गंम्भीर धाराओं में दर्ज मुकदमें को पहले सीबीसीआईडी को सौपने का आदेश किया, बाद में सीबीसीआईडी ने क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर दी जिसे नोयडा अथारटी ने बिना किसी आपत्ति के स्वीकार कर लिया । एक ओर क्लोजर रिपोर्ट स्वीकार की जा रही थी। वहीं दूसरी ओर आयकर विभाग यादव सिंह के 20 ठिकानों पर छापेमारी कर रहा था। 

उन्होंने कहा कि छापे के बाद केन्द्र सरकार के वित्त मंत्रालय ने अखिलेश सरकार को पत्र भेजकर कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा कालेधन के लिए बनाए एसआईटी  के आदेश के क्रम में इस मामले की जांच सीबीआई द्वारा करायी जायेगी जब एसआईटी ने सीबीआई जांच की बात की तो उसका पालन करने की बजाय सरकार बहाने बनाती रही, पहले तो पत्र छुपाया फिर चिट्ठी लिख न्याययिक आयोग बनाने की बात कह रास्ता निकालने का उपाय किया । 

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि भ्रष्टाचार के तमाम मामलों में कार्रवाई करने के बजाय कभी केन्द्र सरकार तो कभी संवैधानिक पदों पर बैठे, राज्यपाल पर अमर्यादित ढ़ग में टिप्पणियो करनें वाली समाजवादी पार्टी की  सरकार के लोग यादव सिंह जैसे लोगो को बचाने की जुगत में न लगते तो राज्य की जनता का भला होता।