लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि मुफ्त दवा-पढ़ाई का दावा करने वाली अखिलेश सरकार में रूपयांे के भूखे डाक्टर मरीजो के जान ले रहे है। प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि पूरे राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं का बुराहाल है सरकारी अस्पताल उगाही का केन्द्र बन गये है। यही कारण है कि सरकारी अस्पतालो में तैनात अधिकांश चिकित्सकों के संरक्षण में ही अस्पतालों के आस-पास नर्सिग होम, डायगोनेस्टिक सेन्टर फल-फूल रहे हैं।

मंगलवार को पार्टी मुख्यालय पर राजधानी के लोहिया अस्पताल में घटी घटना को दुःखद और दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि सरकारी अस्पतालों को डाक्टर टोकन सेन्टर के रूप में प्रयोग कर रहे है। मानवीय संवेदनाओं को ताक पर रखते ये डाक्टर पैसे की हवस में कई बार मरीज के साथ कुछ भी कर गुजरने में संकोच नहीं कर रहे है। लोहिया अस्पताल में घटी घटना से जिस तरह की जानकारियां प्रकाश में आयी है उनसे स्पष्ट हो गया है कि डाक्टर के इस आपराधिक कृत के कारण एक होनहार की जान चली गयी। मृतक शिवम शुक्ला भरोसा करके डाक्टर के पास अपने समाधान के लिए गया था पर वहां मिला उसे छल, फरेब और लापरवाही। जिस तरह से मृतक शिवम शुक्ला को प्रारिम्भक तौर पर मेडिकल सलाह लोहिया अस्पताल में दिया गया, आपरेशन प्राइवेट अस्पताल में किया गया और आपरेशन के बाद पुनः उसे लोहिया अस्पताल में भर्ती कर दिया गया उससे स्पष्ट है कि सुव्यवस्थित व्यवस्था के तहत धनार्जन के लिए एक कारोबार के रूप में ये व्यवस्थाये सरकारी अस्पताल में चल रही थी। 

उन्होंने कहा कि लगातार स्वास्थ्य सेवाओं में गिरावट आ रही है चाहे स्वस्थ्य मंत्री का गृह जनपद हो या फिर मुख्यमंत्री का पैत्रिक जनपद हो सभी जगहों का बुराहाल है। कुकरमुत्ते की तरह सरकारी अस्पतालों के ईर्द-गिर्द बड़ी संख्या में जांच केन्द्र तथा नर्सिग होम का फैलाव जारी हैं। समय की कौन कहे डाक्टर अस्पतालों में सुलभ नहीं किन्तु अगर इन्ही डाक्टरों से नर्सिंग होम में आप मिलना चाहे तो ये उपलब्ध है। न्यायालय का निर्देश है कि निजी अस्पतालों में डाक्टर प्रेक्टिस नहीं कर सकते है, पर डाक्टर प्रेक्टिस कर रहे है। सरकार में बैठे उच्चस्तरीय लोग सब कुछ जानने के बावजूद इन पर कोई सख्ती नहीं कर पा रहे है। आखिर सरकार यह बतायेगी कि गये 40 महीनों में कितने प्राइवेट प्रेक्टिस करते डाक्टरों को चिन्हित किया गया।

श्री पाठक ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि वे कहते है मीडिया उनके सरकार के अच्छे कामों को नहीं दिखाता अब सरकार के जो ये अच्छे काम है उसको वो खुद ही दिखवा ले ताकि आगे से फिर कोई शिवम शुक्ला पैसे के लालची डाक्टरों की भेंट तो न चढ़े।