लखनऊ। सारा की मां सीमा की तहरीर पर फीरोजाबाद सिरसागंज पुलिस ने पति अमनमणि त्रिपाठी के खिलाफ दहेज उत्पीडऩ, हत्या और आपराधिक साजिश का मुकदमा दर्ज कर लिया है। अमनमणि के साथ उसके मां-बाप को भी आरोपी बनाया गया है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस को फोरेंसिक टीम की जांच रिपोर्ट के आने का इंतजार है। 

बीते नौ जुलाई की दोपहर सिरसागंज में पूर्व मंत्री अमरमणि के बेटे अमनमणि की कार हादसे का शिकार हुई थी। कार में बैठी उसकी पत्नी सारा की मौत हो गई, जबकि अमनमणि को खरोंच तक नहीं आई। घटना के तत्काल बाद पुलिस ने पुराने अपहरण के मामले में अमनमणि को गिरफ्तार कर लखनऊ जेल भेज दिया। शुक्रवार को पहुंची सारा की मां सीमा सिंह ने सीएमओ और एसपी से मुलाकात की थी। इसके बाद वह सिरसागंज घटना स्थल गई थी और हादसे के बारे में लोगों से जानकारी भी की। इसके बाद थाने में बेटी की हत्या की तहरीर दी। थानाध्यक्ष सिरसागंज प्रमोद यादव ने बताया कि तहरीर के मुताबिक हत्या, दहेज उत्पीडऩ और आपराधिक साजिश की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरु कर दी है।

सीमा सिंह ने तहरीर में कहा है मेरी बेटी सारा की शादी 7 जुलाई 2013 को अमनमणि त्रिपाठी से हुई थी। शादी के बाद से दोनों का दांपत्य जीवन सही रहा, लेकिन छह माह बाद दोनों में मतभेद शुरु हो गए। अमनमणि उनकी पुत्री सारा के साथ आए दिन शराब पीकर मारपीट करता एवं अभद्र व्यवहार करता था। अचानक बदले अमनमणि के व्यवहार से सारा भी हतप्रभ थी, लेकिन इसी आशा में कि एक दिन अमन सही रास्ते पर आ जाएगा, वह उसका उत्पीडऩ सहती रही। 

तहरीर में सीमा ने लिखा है कि एक दिन सारा ने उन्हें अपने साथ अनहोनी की आशंका व्यक्त की, लेकिन उन्होंने धैर्य बंधाया और सब कुछ ठीक हो जाने का आश्वासन दिया। 9 जुलाई 2015 को अचानक उनके पुत्र और सारा के भाई सिद्धार्थ के फोन पर किसी व्यक्ति ने फोन किया कि सिरसागंज में सारा की कार का एक्सीडेंट हो गया है। कुछ देर बाद उनके फोन पर अमन का फोन आया और कहा कि हादसे में सारा की मौत हो गई है। इससे वह स्तब्ध रह गईं और पुत्री की हत्या की आशंका को सही समझने लगी। जब वह फीरोजाबाद पहुंची और देखा तो अमन के शरीर पर कहीं भी चोट के निशांन नहीं थे। इस तरह के हादसे को देख वह आश्चर्यचिकत थीं। उन्हें पुत्री की हत्या की आशंका होने लगीं।