इटावा: उत्तर प्रदेश शासन के मंत्री लोक निर्माण, सिंचाई एवं जल संसाधन, सहकारिता, परतीभूमि विकास, राजस्व, अभाव, सहायता, पुर्नवास तथा लोक सेवा प्रबंधन विभाग शिवपाल सिंह यादव ने आज अध्यक्ष जिला पंचायत इटावा के शासकीय आवास का लोकार्पण किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सांसद प्रो. रामगोपाल यादव ने भी समारोह को सम्बोधित किया।

लोक निर्माण मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने जनता से किये वादों को पूरा किया है, साथ ही राज्य के विकास व जनता के कल्याण की अनेकों योजनायें लागू की है। उन्होने प्रसन्नता व्यक्त की कि अधिकांश योजनाओं को समय से पूरा किया गया है, जिनका लाभ बडे पैमाने पर समाज के सभी वर्गों को मिल रहा है। उन्होने अधिकारियों को भी सचेत किया कि विकास कार्यों को लागू करने में समयबद्धता, गुणवत्ता और पारदर्शिता पर सदैव ध्यान रखें।

उन्होने प्रदेश सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों की चर्चा करते हुए कहा कि जितने विकास कार्य वर्तमान प्रदेश सरकार ने कराये है, उतने कभी नही कराये गये। उन्होने कहा कि डा. राम मनोहर लोहिया समग्र ग्राम विकास योजना में इस वर्ष गांवों में सी. सी. रोड, नाले तथा आन्तरिक गलियों में टाइल्स इण्टर लाकिंग हेतु लगभग 500 करोड रूपये की धनराशि अवमुक्त की गई है।

उन्होने कहा कि जिला पंचायत परिषद का ग्रामीण क्षेत्रों के विकास में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होने कहा कि वह स्वयं भी अध्यक्ष जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर रह चुके है, उन्होने अपने संस्मरण भी सुनाये। उन्होने जिला पंचायत के माननीय सदस्यों से कहा कि क्षेत्रों में सरकार द्वारा चलाये जा रहे विकास कार्यों पर नजर रखें और सक्रिय सहयोग करें ताकि कार्य को समय से और गुणवत्ता के साथ  के साथ पूर्ण हो और जनता को उनका शीघ्र लाभ मिले। सरकार हर वर्ग के कल्याण के लिये योजनायें चल रही है।

समारोह को सम्बोधित करते हुए सांसद प्रो. रामगोपाल यादव ने जिला पंचायत अध्यक्ष के शासकीय आवास के लोकार्पण पर बधाई देते हुए कहा कि जिला पंचायत परिषद की ग्रामीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होने जिला पंचायत पद पर अपने स्वयं के कार्यकाल से लेकर अब तक के निर्वाचित अध्यक्षों की चर्चा करते हुए कहा कि इटावा में जिला पंचायत परिषद में गौरवशाली परम्परा रही है। उन्होने कहा कि देश में सर्व प्रथम अजीतमल (जो उस समय इटावा जनपद में सम्मलित था) में पंचायती राज व्यवस्था की शुरूआत हुई थी।

उन्होने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा जिला पंचायत परिषदों को दी जा रही सहायता धनराशि में कटौती की गई है। जिसका विकास कार्याें पर प्रभाव पडेगा। उन्होने प्रेरणा देते हुए कहा कि जिला पंचायत अपने संसाधनों और प्रदेश सरकार के सहयोग से ग्रामीण अंचलों में विकास कार्यों को लागू करें। उन्होने जिला पंचायत परिषद के संसाधनों का बेहतर उपयोग किये जाने पर बल देते हुए इसकी परिसम्पत्तियों के रखरखाव आदि की ओर ध्यान दिलाया।