नई दिल्ली : व्यापम घोटाले से जुडे मामलों की जांच सीबीआई से कराने के उच्चतम न्यायालय के फैसले से उत्साहित कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने गुरुवार को मांग की कि भ्रष्ट अधिकारियों, पुलिस और राजनीतिकों की ‘मिलीभगत’ को उजागर करने के लिए इस मामले में जेल गये छात्रों को सरकारी गवाह बनाया जाना चाहिए।

दिग्विजय सिंह उच्चतम न्यायालय की निगरानी में मामले की सीबीआई जांच की वकालत करते आए हैं। उन्होंने कहा कि वह शिवराज सिंह चौहान से मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री पद छोड़ने की अपेक्षा नहीं रखते क्योंकि भाजपा से नैतिकता की उम्मीद नहीं की जा सकती। यह पूछने पर कि क्या वह घोटाले में कथित तौर पर शामिल प्रदेश के राज्यपाल राम नरेश यादव के पद छोडने की मांग करेंगे, दिग्विजय ने कहा कि वह मांग करने की बजाय राज्यपाल से इस्तीफे की ‘अपील’ करेंगे।

उन्होंने कहा कि राज्यपाल गलत लोगों के साथ जुड़ गए इसलिए उन्हें नतीजा तो भुगतना ही होगा। केन्द्र और भाजपा पर हमलावर होते हुए दिग्विजय ने कहा कि उसने ऐसे राज्यपालों को हटा दिया, जिनके खिलाफ कोई प्राथमिकी नहीं है लेकिन ऐसे राज्यपाल को बरकरार रखा, जिसके खिलाफ प्राथमिकी है। व्यापम घोटाले की जांच को लेकर निरंतर अभियान छेडे मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ऐलान किया है कि अब वह बालू माफिया के खिलाफ अभियान छेड़ेंगे। बालू माफियाओं के कारण एक युवा आईएएस अधिकारी सहित तीन लोगों की जान जा चुकी है।

व्यापम को 2-जी स्पेक्ट्रम घोटाले से बडा घोटाला बताते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है कि रिकार्ड संख्या में लोग जेल में बंद हैं । इस मामले में रिकार्ड संख्या में मौतें भी हुईं। करीब 2000 लोग जेल में हैं और 600 लोग अभी भी लापता हैं। उन्होंने कहा कि जिन छात्रों को समझाया गया कि केवल धन से ही राज्य में उच्च शिक्षा में दाखिला पाया जा सकता है, वे तो सलाखों के पीछे हैं जबकि जिन लोगों ने रिश्वत ली, वे छुट्टा घूम रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन छात्रों को रिहा किया जाना चाहिए। उन्हें अभियोजन पक्ष सरकारी गवाह बनाये ताकि वे भ्रष्ट लोगों का पर्दाफाश कर सकें। दिग्विजय ने आरोप लगाया कि घोटाले का एक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ा एंगल (कोण) भी है कि दिवंगत संघ नेता सुदर्शन और संघ के पदाधिकारी सोनी के नाम भी प्राथमिकी में हैं।

उन्होंने कहा कि व्यापम छत्तीसगढ, गुजरात और राजस्थान तक फैला है और ‘मैं इस संबंध में सूचनाएं एकत्र कर रहा हूं।’ दिग्विजय ने और कोई ब्यौरा नहीं दिया। कांग्रेस नेता ने कहा कि पहली बार ऐसा हुआ है कि भ्रष्ट राजनीतिकों, नौकरशाहों और पुलिस अधिकारियों ने दलालों के साथ मिलकर लाखों छात्रों के साथ धोखाधड़ी की है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की आलोचना करते हुए दिग्विजय ने कहा कि भगवान का शुक्र है कि उसने उन्हें (शिवराज को) अब सद्बुद्धि दे दी है। गृह मंत्री राजनाथ सिंह और शिवराज सिंह चौहान को यू टर्न लेना पड़ा है। उन्होंने व्यापम घोटाले से जुड़े मामलों और इससे संबद्ध कथित मौतों से जुड़े मामलों की जांच सीबीआई (केन्द्रीय जांच ब्यूरो) से कराने के उच्चतम न्यायालय के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि इससे न्यायपालिका में देश की आस्था बढ़ी है।