लखनऊ। आज ग्रामीण विकास कालोनी के प्रतिनिधि मण्डल लायक हुसैन, वशिष्ट शर्मा, नफीस अहमद, विनोद यादव, दयाशंकर पाण्डेय, सीपीआई (एम) की पोलित ब्यूरो सदस्य कामरेड बृंदा करात, भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माक्र्सवादी) उ0प्र0 के सचिव का0 हीरालाल यादव, कामरेड गंगेश्वर दत्त शर्मा, कामरेड डा0 रूपेश वर्मा के नेतृत्व में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से उनके सरकारी आवास पर मिला। 

उपरोक्त प्रतिनिधि मण्डल ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से नोएडा, ग्रेटर नोएडा के चेयरमैन रमारमन व निजी सचिव पंधारी यादव की उपस्थिति में सौरखा गांव नोएडा में तोड़फोड़ का मुद्दा उठाया गया और मांग की गयी कि नोएडा व ग्रेटर नोएडा में गरीबों की बस्तियों में तोड़फोड़ पर तुरन्त रोक लगायी जाये। हिंडन किनारे की सभी बस्तियों को नियमित कर नागरिक सुविधायें बहाल की जायें तथा झुग्गी निवासियों  के आवास के लिए निशुल्क या मामूली कीमत पर आवास उपलब्ध कराये जायें। 

उपरोक्त तीनों मांगों पर अमल करने के निर्देश मुख्यमंत्री ने रमारमन चेयरमैन को दिये हैं। साथ ही सौरखा कालोनी वासियों को जिनके मकान 4.6.2015उ को तोड़े गये थे, उन्हें बैनामा की गयी जमीन पर कब्जे दिलाने के आदेश/निर्देश रमारमन को दिये हैं और जनपद गौतमबुद्धनगर के मजदूरों, किसानों के ज्वलंत मुद्दों को मुख्यमंत्री के समक्ष उठाया गया। 

उपरोक्त मसलों पर बातचीत सकारात्मक रही व मुख्यमंत्री ने गरीबों के आवास की जरूरत को स्वीकार कर तुरन्त निर्णय लेने के निर्देश नोएडा चेयरमैन को दिये हैं।

कामरेड वृंदा करात ने कहा कि हमें मिलकर ऐसा लगा है कि उपरोक्त मुद्दों पर हमारी लड़ाई एक कदम आगे बढ़ी है। यह एक साथ मिलकर लड़ाई लड़ने का ही नतीजा है। आने वाले दिनों में उपरोक्त मुद्दों को आगे बढ़ाना है। नोएडा को गरीबों के रहने लायक शहर में बदलना है। अन्यथा तो सारी जमीनें रियल स्टेट डेवलपर को ही दी जाती रहेंगी।