ब्रिटेन के हाथों 5-1 से मिली हार 

एंटवर्प : वर्ल्ड हॉकी लीग सेमीफ़ाइनल्स के ब्रॉन्ज़ मेडल मैच में ग्रेट ब्रिटेन टीम ने भारत को 5-1 से हरा दिया। इसी के साथ सरदार सिंह एंड कंपनी की वर्ल्ड हॉकी लीग में चुनौती ख़त्म हो गई और टीम को चौथे स्थान से संतोष करना पड़ा।

मैच की शुरुआत से ही ग्रेट ब्रिटेन के खिलाड़ियों ने अक्रामक खेल दिखाया और पहले क्वार्टर में ही टीम ने पेनल्टी कॉर्नर से गोल कर बढ़त बना ली। हालांकि इस दौरान पीआर श्रीजेश ने गोल रोकने की भरपूर कोशिश की, लेकिन वह नाकम रहे।

दूसरे क्वार्टर में भी ब्रिटेन का पलड़ा भारी रहा और उसने दूसरा गोल दाग कर बढ़त को 2-0 कर लिया। इस क्वार्टर में भारतीय खिलाड़ी ब्रिटेन के डिफ़ेंस को तोड़ने में पूरी तरह नाकाम दिखे।

तीसरे क्वार्टर में भारतीय हॉकी टीम रक्षात्मक खेलते नज़र आई, लेकिन ब्रिटेन ने तीसरे क्वार्टर में तीन गोल दागकर टीम इंडिया को हार की कगार पर पहुंचा दिया। इस दौरान टीम की कमज़ोरी खुलकर सामने आ गई। टीम के खिलाड़ियों के बीच तालमेल की कमी साफ़ दिखाई दी।

5-0 से पिछड़ रही टीम को आख़िरी मिनट में थोड़ी राहत जरूर मिली, जब रूपिंदर पाल सिंह ने गोल कर मैच 5-1 पर ख़त्म किया। इस जीत के साथ ही ग्रेट बिटेन ने रियो ओलिंपिक के लिए टिकट हासिल कर लिया।

इससे पहले अपने आख़िरी मैच में भारत को बेल्जियम ने 4-0 से हराया था, लेकिन उस हार से बिना कोई सबक लिए खेल रही टीम को एक और शर्मनाक हार झेलनी पड़ी। पूरे टूर्नामेंट के दौरान भारतीय टीम को 19 पेनल्टी कॉर्नर मिले और टीम सिर्फ़ चार को गोल में बदल सकी। ऐसे में टीम के लिए ये चिंता की सबसे बड़ी बात है।