लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल सीतापुर द्वारा कलेक्टेªट में भ्रष्टाचार के विरोध में एक दिवसीय धरना आयोजित किया गया और पांच सुत्रीय मांगों का मांग पत्र जिला प्रषासन के माध्यम से राष्ट्रपति महोदय को भेजा गया। धरने में मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेष अध्यक्ष मुन्ना सिंह चैहान तथा विषिष्ट अतिथि के रूप में राष्ट्रीय लोकदल मध्य उ0प्र0 के अध्यक्ष राकेष कुमार सिंह मुन्ना उपस्थित थे। धरने की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष आर0पी0 सिंह चैहान ने की। 

राष्ट्रीय लोकदल के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं द्वारा राष्ट्रपति महोदय को भेजे गये मांग पत्र में भ्रष्टाचार के आरोप में आरोपित केन्द्रीय मंत्री सुषमा स्वराज, स्मृति ईरानी, सहित वुसन्धरा राजे और पंकजा मुन्डे को तत्काल बर्खास्त करने, बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान ब्याज सहित कराने, उ0प्र0 के समस्त चयन आयोगों में व्याप्त भ्रष्टाचार पर अंकुष लगाते हुये उसके क्रिया कलापों की जांच कराने, पंचायत विकास अधिकारी की भर्ती में लिखित परीक्षा समाप्त करके भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने की मंषा पर रोक लगाने तथा दैवीय आपदा से प्रभावित किसानों को मुआवजा देने की मांग प्रमुख थी।

धरने को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित करते हुये राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेष अध्यक्ष मुन्ना सिंह चैहान ने कहा कि वर्तमान समय में केन्द्र और प्रदेष दोनों सरकारे भ्रष्टाचार के आरोपों में चैतरफा घिर चुकी हैं। केन्द्रीय मंत्री और प्रदेष सरकार के मंत्री जनता के धन का दुरूपयोग कर रहे हैं परन्तु मेक इन इण्डिया तथा कालाधन वापस लाने का सपना दिखाकर जनता के साथ विष्वासघात करने वाले मोदी जी अपने मंत्रियों के काले कारनामों पर कुछ नहीं बोल रहे है बल्कि चुप्पी साधे बैठे हैं वहीं दूसरी तरफ वर्तमान उ0प्र0 सरकार भी पूरे होते वादों का झूठा राग अलापकर अपनी नाकामियां छुपाने में लगी है लेकिन जनता इन सभी भ्रष्टाचारियों को पहचान चुकी है और इनको सबक भी सिखायेगी।

राष्ट्रीय लोकदल मध्य उ0प्र0 के अध्यक्ष राकेष कुमार सिंह मुन्ना ने अपने सम्बोधन में कहा कि युवाओं को रोजगार देने का सपना दिखाकर सपा सरकार ने उनका वोट तो हासिल कर लिया परन्तु उन्हें रोजगार नहीं दे रहे हैं, पुलिस भर्ती हो या पी0सी0एस0 की परीक्षा सभी भर्तियों में सपा सरकार के मंत्रियों ने भ्रष्टाचार उत्पन्न कर दिया है जिससे इस सरकार में निष्पक्षता और ईमानदारी नाम की कोई चीज नहीं रह गयी है पूरे कार्यकाल में सिर्फ भ्रष्टाचार ने अपने पैर पसारे हैं। प्रदेष का किसान चाहे वह गन्ना किसान हो या फिर आलू किसान दोनों की वित्तीय हालत जर्जर है परन्तु सरकार का ध्यान उनकी ओर नहीं है, सरकार का ध्यान अपने चहेतों की जेबे भरना और सिर्फ सैफई के लिए ही बजट तैयार करना है। उन्होंने कहा कि प्रदेष सरकार ने चीनी मिल मालिकों का ब्याज माफ करके उन्हें रियायत दी वह सरासर गलत है किसानों को पैसा उन्हें देने का कोई हक नहीं अगर रियायत देना है तो सरकार अपनी जेब से दे। 

धरने को राष्ट्रीय लोकदल मध्य उ0प्र0 के महासचिव बृजेन्द्र वर्मा, भोलानाथ वर्मा, रमन सिंह, शैलेन्द्र मिश्रा, उमाषंकर बाजपेयी, दिनेष सिंह, रोहित श्रीवास्तव, शरद पाण्डेय, अमित शर्मा सहित दर्जनों पदाधिकारियों ने सम्बोधित किया।