लखनऊ: मुख्यालय पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 कार्यालय के प्रांगण में ‘मादक पदार्थों तथा उसके अवैध परिवहन एवं व्यापार विरोधी अन्तर्राष्ट्रीय दिवस’ के अवसर पर आज ‘‘नशा मुक्ति संकल्प’’ दिवस का आयोजन किया गया । 

प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अरविन्द कुमार जैन मुख्यालय में नियुक्त पुलिस अधिकारियों एवं कर्मियों को संकल्प दिलाया गया कि ‘‘आज हम यह संकल्प और शपथ लेते हैं कि हम नशीले पदार्थों का सेवन कदापि नहीं करेंगे। समाज के दूसरे लोगों को भी नशाखोरी से बचायेंगे । अपने क्षेत्र में नशीली दवाओं का अवैध व्यापार करने वालों को पकड़वाने में हम पूर्ण सहयोग करेंगे । हम नशीली दवाओं का पूर्ण बहिष्कार करेंगे तथा नशे की लत को समाप्त कर स्वस्थ समाज की रचना करने में आगे रहेंगे ।’’

इस अवसर पर अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध, हितेश चन्द्र अवस्थी, अपर पुलिस महानिदेशक कार्मिक भवेश कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, कानून एवं व्यवस्था, डी0एस0 चैधरी, पुलिस महानिरीक्षक एवं पुलिस महानिदेशक के सहायक बी0पी0 जोगदण्ड, पुलिस महानिरीक्षक स्थापना श्री वितुल कुमार, पुलिस महानिरीक्षक एस0टी0एफ0 सुजीत पाण्डेय, पुलिस महानिरीक्षक प्रशासन प्रकाश डी, पुलिस महानिरीक्षक लोक शिकायत मुथा अशोक जैन, पुलिस महानिरीक्षक अपराध डा0 आर0के0 स्वर्णकार, एवं मुख्यालय में नियुक्त राजपत्रित व अराजपत्रित पुलिस कर्मी उपस्थित थे। 

जी0पी0एफ0 पर्ची के लिए साफ्टवेयर लाॅच

पुलिस महानिदेशक इस अवसर पर आन लाइन जी0पी0एफ0 पर्ची निकालने हेतु नामिनल रोल साफ्टवेयर लाॅच किया गया। पुलिस महानिदेशक उ0प्र0 द्वारा कई मुख्य आरक्षी, आरक्षी एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की जी0पी0एफ0 पर्ची नामिनल रोड साफ्टवेयर से निकाल कर दी गयी। उन्होंने कहा कि अभी तक बहुत से मुख्य आरक्षी, आरक्षी एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को लगता था कि उनके खाते में पैसा जमा हो रहा है या नहीं। वर्ष में दो बार जी0पी0एफ0 पासबुक दिखाने की व्यवस्था है, किन्तु वह देख नहीं पाते थे और किताब खो जाने पर और बड़ी समस्या हो जाती थी। निकट भविष्य में 2,50,000 कर्मचारी इससे लाभान्वित होंगे।  

यह साफ्टवेयर आर0के0 विश्वकर्मा, अपर पुलिस महानिदेशक, तकनीकी सेवाएं, उ0प्र0 द्वारा पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 के मार्गदर्शन में 15 दिन में तैयार कराया गया है। उ0प्र0 पुलिस विभाग में अराजपत्रित पुलिस कर्मियों के संबंध में प्रचलित नामिनल रोल सिस्टम में उत्तर प्रदेश पुलिस, तकनीकी सेवायें द्वारा आॅन लाइन जी0पी0एफ0 का विवरण उपलब्ध करा दिया गया है। मुख्य आरक्षी, आरक्षी एवं चतुर्थ श्रेणी अपनी जी0पी0एफ0 की स्थिति किसी भी समय ज्ञात कर सकेंगे। इससे पूर्व व्यवस्था थी कि कार्मिकों को आंकिक शाखा में उपस्थिति होकर जी0पी0एफ0 पास बुक को देखा जाता था जिसमें उन्हें कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ते थे। वह यह भी ज्ञात कर सकेंगे कि उनके द्वारा अग्रिम के रूप में ली गयी धनराशि का समायोजन कितनी राशि एवं कितनी किस्त में किया जा रहा है। उक्त कार्मिक उ0प्र0 पुलिस की वेब साइट पर कार्मिक लिंक के अराजपत्रित कर्मचारी मैनू के अन्तर्गत जी0पी0एफ0 पर्ची पर जाकर अपना पी0एन0ओ0 व जन्मतिथि अंकित कर जी0पी0एफ0 विवरण प्राप्त कर सकते हैं। इस योजना से 32,102 मुख्य आरक्षी, 77,710 आरक्षी एवं 10,835 चतुर्थ श्रेणी अर्थात् कुल 1,20,674 कार्मिकों को लाभ होगा। उक्त के अतिरिक्त निरीक्षक स्तर तक के कार्मिकों के संबंध में महालेखागार इलाहाबाद स्तर से आन लाइन जी0पी0एफ0 पर्ची की व्यवस्था पूर्व में ही उपलब्ध है ।