लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की संशोधित आन्सर की को भ्रष्टाचार का स्त्रोत बताया। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डा0 मनोज मिश्र ने आरोप लगाया कि अभी भी प्रदेश का लोक सेवा आयोग भ्रष्टाचार, तिकड़म व जातिवाद का अड्डा बना हुआ है। पी.सी.एस. (प्री.) की संशोधित आन्सर की पर भ्रष्टाचार की अंगुली उठ रही है।

प्रदेश प्रवक्ता डा0 मिश्र ने आरोप लगाया कि संशोधित आन्सर की के आधार पर कई छात्रों के अंक मेरिट से अधिक हो गये। कई सवालों पर आपत्तियां है। अभी भी कई जबाब गलत बताये जा रहे है। आयोग की बेबसाइट से छात्रों के अंक हटा दिये गये है। अब छात्र आन्सर की की घोषणा के बाद अंक नहीं देख पा रहे है। अब इसी तरीके से छात्रों के मन में सन्देश पैदा हो गया। डा0 मिश्र ने आरोप लगाया कि आयोग ने जानबूझकर छात्रों के अंक बेबसाइट से हटा लिए है ताकि आयोग के भ्रष्टाचार के कारण छात्र अपने अंक न देख सकें।

प्रवक्ता डा0 मिश्र ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार के संरक्षण में उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग के कार्यवाहक अध्यक्ष खुद प्राचार्य पद के चयन में फेल हो चुके है। अब वो प्राचार्यो का चयन कर रहे है।

प्रवक्ता डा0 मिश्र ने सपा सरकार पर हमला करते हुए कहा कि प्रदेश का शायद ही कोई आयोग और भर्ती बोर्ड बचा हो जहां भ्रष्टाचार बड़े पैमाने पर न हो रहा हो। रूपये लेकर भर्तियां की जा रही है या एक ही जाति के लोग नियुक्त किये जा रहे है। भ्रष्टाचार के अड्डे बन गये है भर्ती बोर्ड और आयोग। डा0 मिश्र ने मांग की हैै कि प्रदेश की भर्तियों की उच्च स्तरीय जांच की जाये।