नई दिल्ली। मीरपुर वनडे के दौरान कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का रवैया उनके करोड़ों चाहने वालों के लिए बेहद चौंकाने वाले रहा। कभी गुस्से में नहीं दिखने वाले कैप्टन कूल के स्वभाव ने आखिर कैसे यू टर्न ले लिया, आखिर क्यों उन्हें किसी को रास्ते से हटाने के लिए धक्का लगाना पड़ा, क्यों हमेशा शांत रहने वाले माही अचानक इतने गुस्से में आ गए? दरअसल इसकी वजह थी मुस्ताफीजुर रहमान की वो बार-बार कि हरकत, जिसे देख देखकर किसी को भी गुस्सा आ सकता है।

दरअसल रहमान अपनी हरकतों से बल्लेबाजों को लगातार उकसा रहे थे। खिलाड़ियों के सामने आना, उन्हें रन लेने से रोकने की कोशिश करना, पिच पर आकर परेशान करना, बांग्लादेश क्रिकेट के खिलाड़ियों को ऐसा करते आपने पहले कभी नहीं देखा होगा?

ऐसा लग रहा है कि बांग्लादेश के खिलाड़ी मैदान पर प्रैक्टिस के साथ ही ड्रेसिंग रूम में ऑस्ट्रेलियाई टीम की वीडियों ज्यादा देख रहे हैं। अपने करियर की शुरुआत कर रहे मुस्ताफीजुर रहमान की हरकतों को देखकर तो यही लगता है।

मैदान पर इस कोल्ड वार की शुरुआत हुई पांचवें ओवर में जब रोहित शर्मा बल्लेबाजी कर रहे थे। जैसे ही रोहित रन के लिए दौड़े मुस्ताफीजुर फॉलो थ्रू में आ गए। साफ है किसी अच्छी मंशा से नहीं आए थे।

टक्कर हुई तो रोहित ने इसका विरोध किया और अंपायर से शिकायत भी की। ये पहली बार था इसलिए बात आई-गई हो गई। ओवर बदला लेकिन हरकतें नहीं बदली। इसबार अनुभवी गेंदबाज मशरफे मोर्तजा ने शिखर को टार्गेट किया। आगे से रोकने की बजाए इसबार धक्का पीछे से दिया।

शिखर गिरते-गिरते बचे, हालांकि मोर्तजा ने सॉरी बोला और बात एकबार फिर खत्म हो गई। ये सबकुछ मैदान के बाहर से धोनी देख रहे थे। कोई भी कप्तान अपने खिलाड़ियों के साथ ऐसी हरकते बार-बार होते देखे तो गुस्सा तो आता है।

विपरीत परिस्थितियों में भी बेजोड़ नियंत्रण की वजह से कैप्टन कूल कहे जाने वाले धोनी जब बल्लेबाजी करने आए तब तक बड़े स्कोर का पीछा कर रही टीम की स्थिति खराब हो चुकी थी। इसी बीच 25वें ओवर में मुस्ताफिजुर रहमान ने धोनी के सामने आकर उनका रास्ता रोकने की कोशिश की और इसबार कैप्टन कूल के सब्र का बांध टूट गया।

अपनी रफ्तार कम करने के बजाए धोनी ने रास्ते में आए रहमान को धक्का देकर रास्ते से हटा दिया। इसमें रहमान को चोट लगी और बीच में ही उन्हें मैदान से बाहर जाना पड़ा। मैच के बाद जब कप्तान धोनी से इस टक्कर पर सवाल दागे गए तो उन्होंने इस गलतफहमी की वजह से हुई टक्कर बताया।

धोनी ने कहा कि मुझे लगा कि वो हटेंगे, उन्हें लगा कि मैं हटूंगा लेकिन इस गलतफहमी में हम दोनों टकरा गए। मैं जल्द से जल्द दूसरे छोर पर पहुंचना चाहता था। शुक्र है इसमें ना तो उन्हें चोट आई ना मुझे।

पूरे घटनाक्रम से इतना तो साफ है कि बांग्लादेश के खिलाड़ियों ने इसकी शुरुआत की। रोहित और शिखर के बाद जब धोनी को भी ऐसे घेरने की कोशिश हुई तो जवाब मिल गया लेकिन, धोनी और टीम इंडिया की दलील चाहे कुछ भी रहे, आईसीसी को इतने बड़े खिलाड़ी का ऐसा रवैया बिलकुल नहीं भाया। कोड ऑफ कंडक्ट का दोषी पाए जाने पर धोनी को पहली बार करयिर में अपने रवैए के चलते इतना बड़ा जुमार्ना भरना पड़ा।