मुंबई : मानसून सामान्य से कमजोर रहने एवं ऋण की वृद्धि दर धीमी रहने को लेकर चिंताओं के बीच डीलरों के सौदे काटने से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 470 अंक टूटकर आठ माह के निचले स्तर 26,370.98 अंक पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 8,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे आ गया।

मानसून के धीमी गति से आगे बढ़ने और अप्रैल के लिए आईआईपी एवं मई के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आंकड़े जारी होने से पहले बाजार की धारणा कमजोर रही। ब्रोकरों ने कहा कि ऐसे में निवेशकों ने मुनाफा वसूली करना बेहतर समझा। कल आरबीआई ने कहा कि 2014-15 की चौथी तिमाही में चालू खाते का घाटा तेजी से घटकर एक साल के सबसे निचले स्तर 1.3 अरब डालर पर आ गया।

इससे तीस शेयरों वाला सेंसेक्स आज तेजी के साथ खुला और दिन के उच्च स्तर 27,000.14 अंक का स्तर छू गया। हालांकि मुनाफा वसूली से यह 469.52 अंक टूटकर 26,370.98 अंक पर बंद हुआ। इससे पहले सेंसेक्स ने 20 अक्तूबर, 2014 को यह स्तर देखा था जब यह 26,429.85 अंक पर बंद हुआ था।

इसी तरह, नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 8,000 अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे 7,965.35 अंक पर बंद हुआ जो पूर्व बंद स्तर की तुलना में 159.10 अंक की गिरावट दर्शाता है। सेंसेक्स में सबसे ज्यादा नुकसान टाटा समूह की कंपनियों के शेयरों को हुआ जिसमें टाटा पावर 4.88 प्रतिशत, टाटा मोटर्स 3.61 प्रतिशत और टाटा स्टील 2.34 प्रतिशत नीचे बंद हुआ।

हालांकि, अन्य एशियाई बाजार बढ़त लेकर बंद हुए जिसमें चीन, हांगकांग, जापान, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया और ताइवान के शेयर सूचकांक 0.26 से 1.68 प्रतिशत के दायरे में मजबूत रहे। इस बीच, विदेशी निवेशकों ने बिकवाली जारी रखी है। कल इन्होंने 482.11 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की बिक्री की। सेंसेक्स में शामिल 30 में से 29 कंपनियों के शेयर गिरावट के साथ बंद हुए, जबकि वेदांता बढ़त हासिल करने में कामयाब रहा।