नई दिल्ली: भारतीय सेना के म्यामांर ऑपरेशन पर रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने पहली बार अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सेना के अभियान की सराहना की और कहा कि इस अभियान के बाद भारत के प्रति अब दुनिया का नजरिया बदल गया है। उन्होंने कहा कि उग्रवादियों के खिलाफ सेना की यह कार्रवाई जरूरी थी और इस अभियान से सेना का मनोबल भी बढ़ा है। पाकिस्तान की प्रतिक्रिया को लेकर रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि जिन लोगों को भारत के नए रूख से डर है, उन्होंने प्रतिक्रिया देना शुरू कर दिया है ।

मालूम  हो कि भारतीय सेना के विशेष बलों ने कल सीमापार अभियान में म्यामांर में जाकर 38 उग्रवादियों को मार गिराया था। समझा जाता है कि ये उग्रवादी मणिपुर में भारतीय सैनिकों की हत्या के लिए जिम्मेदार समूहों से थे।  मणिपुर के चंदेल जिले में चार जून को 6 डोगरा रेजीमेंट के काफिले पर हुए हमले में 18 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे जबकि 15 घायल हो गए थे। जवाबी कार्रवाई के दौरान दो उग्रवादियों के मारे जाने की भी सूचना थी।

भारतीय सेना द्वारा म्यामांर में की गयी अपने तरह की पहली सटीक अभियान के बाद सरकार ने कहा कि भारत की प्रतिक्रिया उग्रवादी समूहों के खिलाफ इस बात का सबक होगी कि वह आतंकवादियों के सफाये के लिए अपनी सीमाओं से परे जाने में भी संकोच नहीं करेगी।

सीमापार की गयी कार्रवाई को भारत के आतंकवाद निरोधक रख में संभावित बदलाव के संकेत के तौर पर देखा जा रहा है। इस बीच सरकार ने यह भी कहा कि आतंकवाद और आतंकी संगठनों को लेकर कतई बर्दाश्त नहीं करने वाला रवैया रहेगा।