लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से आज यहां उनके सरकारी आवास पर मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना सैय्यद कल्बे जव्वाद के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमण्डल ने मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमण्डल की बातों को ध्यानपूर्वक सुना और कहा कि राज्य सरकार अल्पसंख्यकों सहित पिछड़ों, महिलाओं व कमजोर वर्गों पर विशेष ध्यान दे रही है और इनसे जुड़ी समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल किया जा रहा है। 

मुख्यमंत्री ने बातचीत के दौरान प्रतिनिधिमण्डल से कहा कि लखनऊ शहर हमेशा गंगा-जमुनी तहज़ीब का मरकज़ रहा है। यहां सभी धर्मों और सम्प्रदायों के लोग मिल-जुलकर रहते हैं। यह शहर धार्मिक एकता व सद्भाव तथा संस्कृति के लिए जाना जाता रहा है। 

श्री यादव ने कहा कि पर्यटकों के लिए भी यह शहर आकर्षण का केन्द्र रहा है। उन्होंने कहा कि इस बात का विशेष ख्याल रखा जाए कि इस शहर में आने वाले पर्यटकों को किसी प्रकार की कोई तकलीफ या परेशानी न होने पाए। उन्होंने कहा कि इस शहर में अमन-चैन का वातावरण और कानून-व्यवस्था बनाए रखने में सभी का सहयोग मिलता रहा है। राज्य सरकार कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।

बैठक में मौलाना कल्बे जव्वाद नकवी ने मुख्यमंत्री से कहा कि आप ही की सरकार ने वक्फ की सी बी सीआईडी जांच करा हुई थी जिसमें अध्यक्ष को दोषी पाया गया था और उनके खिलाफ 6 एफआईआर भी हुई थीं, सी बी सीआईडी ने वारंट जारी किए थे ,उसके बावजूद उसी को वक्फ बोर्ड का अध्यक्ष बना दिया गया है । मुख्यमंत्री ने उच्च सभी मसाएल पर बात की और कहा कि वे नेताजी मुलायम सिंह यादव के आने के बाद इन मसाएल पर बात करेंगे और जल्द ही हल करने की कोशिश करेंगे ।

प्रदर्शन  खत्म करने और ताले खोलने के मुद्दे पर मौलाना कल्बे जव्वाद नकवी ने कहा कि ताला समिति ने लगाया था और विरोध भी वही लोग कर रहे हैं ताला खुलवाने और विरोध खत्म कराना अब हमारे अधिकार में नहीं है यह समिति तय करेगी।

इस दौरान जब तक सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आता इमाम बाड़ो पर ताला बंद रहेगा और महिलाओं की भूख हड़ताल जारी रहेगी