पटना : शरद पवार फिर से बुधवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सर्वसम्मति से निर्विरोध मनोनीत कर लिए गए। पटना में आयोजित राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के छठे अधिवेशन के दौरान राकांपा के महासचिव टीपी पिताम्बर मास्टर ने पवार को अपनी पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष सर्वसम्मति से निर्विरोध मनोनीत कर लिए जाने की घोषणा करते हुए बताया कि इस पद के लिए किसी अन्य द्वारा अपनी उम्मीदवारी को लेकर आवेदन नहीं दिए गया था।

वर्ष 1999 में सोनिया गांधी के विदेशी मूल को लेकर पवार ने तारिक अनवर और पीपी संगमा के साथ मिलकर कांग्रेस से अलग होकर राकांपा की स्थापना की थी और यह उक्त पार्टी का 16वां स्थापना वर्ष है। इस अवसर पर पवार ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत आर. आर. पाटिल और राज्यसभा के पूर्व सदस्य गोविंदराव अदिक को श्रद्धांजलि अर्पित की।

पवार ने महाराष्ट्र के इस नेता के निधन को अपने लिए व्यक्तिगत क्षति बताया और कहा कि उनका संगठन को सशक्त करने के लिए किए गए योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। राकांपा के इस महाधिवेशन में देश के विभिन्न भागों से आए करीब 700 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। हालांकि पवार के भतीजे और राकांपा के विधायक दल नेता अजित पवार अनुपस्थित रहे। पवार ने कहा कि उनकी पार्टी का लक्ष्य युवाओं, महिलाओं, अल्पसंख्यकों और पिछड़े वर्ग के हितों की रक्षा करना और उनके लिए कल्याणकारी कार्य करना है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी पिछले लोकसभा चुनाव और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में प्राप्‍त जनादेश के अनुसार रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभा रहा है।