लखनऊ: कैण्ट विधायक प्रो0 रीता बहुगुणा जोशी ने आज कार्यकत्ताओं एवं स्थानीय लोगो के साथ चंदर नगर, आलमबाग स्थित नगर निगम, जल संस्थान व बिजली विभाग के जोनल कार्यालयों का घेराव किया और अपनी विधान सभा से सम्बंधित समस्याओं का मांग पत्र अधिकारियों को सौंपा। 

प्रो0 जोशी ने नगर निगम, जल संस्थान व विघुत विभाग को कटघरें में खड़ा करते हुए कहा कि तीन वर्ष बीत जाने के बाद भी तीनों विभागों के कार्यशैली में ना तो परिवर्तन हुआ है ना ही मेरे द्वारा दिये गये सुझावों व क्षेत्रीय समस्याओं के समाधान की ओर प्रयास ही किये गये है। 

प्रो0 जोशी ने कहा कि कैण्ट क्षेत्र में सबसे भयावह समस्या जलभराव की है। आगामी वर्षा ऋतु से पूर्व प्रो0 जोशी ने नालों के सफाई की सूची मांगी जिसमें नगर निगम द्वारा किये गये सफाई के दावों की पोल खुली। नगर निगम के अनुसार कैण्ट क्षेत्र में इंजिनियरिंग विभाग द्वारा 26 व स्वास्थ विभाग द्वारा 81 नालों की सफाई का दावा किया गया परन्तु निरिक्षण में पाया गया कि उनमें से 90ः नालों के सफाई का कार्य हुआ ही नही है परन्तु विभाग द्वारा कार्य पूर्ण दर्शाया गया है। उन्होने मांग की कि एक जांच समिति द्वारा नालों के सफाई की समीक्षा की जाए तथा दोषी अधिकारीयों के विरूद्व कार्यवाही सुनिश्चित की जाय तथा क्षेत्र को जलभराव से बचाने के लिए वर्षा ऋतु से पूर्व नालों की सफाई सुनिश्चित हो। 

कूडा निस्तारण की गंभीर समस्या के सम्बंध में उन्होने आरोप लगाया कि संविदा पर कराये जा रहें कार्य में भष्टाचार व्याप्त है, जाली मस्टर रोल बनाये जाते है और संविदा सफाई कर्मचारियों का भरपूर शोषण किया जा रहा है। इस प्रकार ज्योति संस्था को प्रति एक घर से मासिक धनराशि का भुगतान किया जाता है परन्तु वे नियमित कूडा उठाने का कार्य नही करते जिससे नागरिक असंतुष्ट है। उन्होने मोहल्ला समितियों के गठन कर उन्हे ज्योति संस्था के कार्यो के निरिक्षण का अधिकार देने की मांग की। 

प्रो0 जोशी ने जल संस्थान को घेरते हुए कहा कि कैण्ट विधान सभा में पेयजल की विकराल समस्या बनी हुयी है। टयूबवेल अपनी निर्धारित क्षमता से बहुत कम पर चल रहें है पानी की टंकीयां भरती नही और कई-कई इलाको में 15 से 20 मिनट की ही सप्लाई की जा रही है। उन्होने टयूबवेल चालको के नदारद रहने की भी शिकायत की। उन्होने कहा कि जो पेयजल क्षेत्रवासियों को प्राप्त हो भी रहा है उसमें भी आये दिन गंदे पानी की शिकायत प्राप्त होती रहती है जिसकी जानकारी समय-समय पर वें जल संस्थान को मौखिक एवं लिखित रूप से देती रहती है परन्तु कोई समाधान नही किया जाता।

उन्होने दावा किया कि क्षेत्र में 200 से ज्यादा हैण्ड खराब पड़े है जिन्हे रिबोरिंग की आवश्यकता है विधायक कोटे से 50 नये हैण्डपम्प लगाने की जो सूची दो महिने पहले जल निगम को भेजी गयी उसमें से मात्र 7 हैण्ड पम्प ही लगाये जा सके है। उन्होने कहा कि क्षेत्र के सभी सीवर चोक है और बारिश आते ही बैक फ्लो करने लगते है। उन्होने जल संस्थान पर आरोप लगाया कि वे सीवर सफाई के प्रति पूरी तरह लापरवाह है। 

उन्होने जल संस्थान से मांग की कि वे तत्काल पेयजल की सप्लाई को बेहतर करें व बारिश से पूर्व सीवर की सफाई भी सुनिश्चित करें। 

प्रदर्शन में महिलाओं ने कई घडे़ तोड़ कर अपना विरोध जताया। लोगो ने ”प्रधानमंत्री बोल रहे, भाजपा के महापौर सो रहे, कैण्ट के नागरिक रो रहे“, महापौर का देखो हाल, “शहर को किया बदहाल”, “जल संस्थान, नगर निगम शर्म करो, कैण्ट क्षेत्र की जनता पर रहम करो” नारे लगाये।