लखनऊ: अखिलेश सरकार ने आखिरकार अपने लाखों कर्मचारियों को महंगाई भत्ता (डीए) को तोहफा दे दिया है। कर्मचारियों को महंगाई भत्ते के  रूप में मूल वेतन का 113 प्रतिशत मिलेगा। डीए की दर में इस बार छह प्रतिशत की बढ़ोतरी  की गई है। इस साल महंगाई भत्ते की यह पहली किस्त है। इसमें जनवरी से मई  तक का डीए कर्मचारियों के भविष्य निधि खाते में जमा करा दिया जाएगा। जून का डीए नकद दिए जाने की तैयारी है। यह नकद राशि जून की सैलरी के साथ मिलेगी। इस तरह एक महीने के डीए की नकद रकम एक जुलाई को क र्मचारियों के हाथ में होगी।

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को डीए दिए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। इसके बाद वित्त विभाग के सचिव अजय अग्रवाल ने आदेश जारी कर दिया। यह भत्ता एक जनवरी से देय है। आदेश में कहा गया है कि महंगाई भत्ते की बढ़ी हुई धनराशि का भुगतान एक जून 2015 से (जून 2015 का भुगतान एक जुलाई 2015 को देय) नकद किया जाएगा। नई पेंशन योजना में शामिल क र्मचारियों को देय महंगाई भत्ता के एरियर की राशि दस प्रतिशत के बराबर राशि कर्मचारियों के टियर एक पेंशन खाते में जमा की जाएगी।

एरियर की शेष 90 प्रतिशत राशि संबंधित कर्मचारियों को नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट या पीपीएफ खाते में जमा होगी। जो कर्मचारी छह महीने में रिटायर होने वाले हैं, उन्हें पूरा डीए नकद मिलेगा। जिन कर्मचारियों को छठे वेतनमान का लाभ नहीं मिलता है, उन्हें 223 प्रतिशत महंगाई भत्ता मिलेगा। विदित हो कि पिछले महीने हिन्दुस्तान ने डीए में हो रही देरी का सवाल उठाया था। इसके बाद आर्थिक तंगी के बावजूद सरकार ने अपने कर्मचारियों के लिए डीए का आदेश जारी कर दिया।