लखनऊ: प्रदेश के लोक निर्माण, सिंचाई एवं राजस्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने आज इटावा स्थित यमुना नदी के बायें तट पर हनुमान मन्दिर के पास हटाये गये मिट्टी के टीले के कार्य का निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय बायें तट पर मिट्टी के टीले के हटाने का कार्य पूर्ण हो चुका है। यमुना नदी के बायें किनारे पर बनायी गयी ट्रेन्च में कुछ पानी चल रहा है। यमुना नदी के बायें तट पर हनुमान मन्दिर के अप स्ट्रीम में शहर का गन्दा नाला आकर मिलता है, गन्दे नाले का पानी सिंचाई विभाग द्वारा बनाये गये ट्रेन्च में गिर रहा है, निरीक्षण के समय पाया गया नाले में पानी के साथ पालीथीन तथा अन्य सालिड वेस्ट (कचरा) इत्यादि यमुना नदी की धारा में आकर मिल रहे है जिससे यमुना नदी का पानी दूषित हो रहा है। उन्होंने जल निगम के अधिकारियों तथा जिला प्रशासन के अधिकारियों को निर्देशित किया कि नाले में एस0टी0पी0 से ट्रीटमेन्ट के बाद ही पानी डाला जाये तथा सालिड वेस्ट का उचित डिस्पोजल किया जाय।

इटावा स्थित यमुना नदी के दायें तट पर बन रहे परक्युपाइन स्पर के कार्य के सम्बन्ध में सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि नदी की धारा को बायीं तरफ मूल धारा में लाने हेतु दायें तट पर तीन अद्द कटर के पुर्नस्थापना का कार्य प्रस्तावित है। निरीक्षण के समय दो अद्द परक्युपाइन स्पर का कार्य प्रगति पर था जिसे वर्षा से पूर्व पूर्ण करने के निर्देश सिंचाई विभाग के अधिकारियों को दिये गये तथा निर्देश दिये गये कि प्रस्तावित तीसरा स्पर वर्षा काल के बाद आवश्यकतानुसार ही बनाया जाये। सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने अवगत कराया कि यमुना नदी के दायें तट पर गतवर्ष बनाये गये दो अद्द परक्युपाइन स्पर के निर्माण से ग्राम-सोनवारा की काफी भूमि पुनः कृषि योग्य तथा मन्दिर सुरक्षित हो गया है तथा निर्माणाधीन स्पर के बन जाने से जहाॅ दायें तट की भूमि सुरक्षित होगी वही बायें तट पर स्थित कई महत्वपूर्ण घाटों पर पानी भी उपलब्ध रहेगा। सिंचाई विभाग के अधिकारियों को घाटों को पक्का करने के निर्देश भी दिये गये।