नई दिल्ली: अगर आप सोना खरीदने की सोच रहे हैं, तो कुछ महीने रुकना आपके लिए फायदे का सौदा साबित हो सकता है। इंडिया रेटिंग्स ऐंड रिसर्च के मुताबिक सोने की कीमतों में ख़ासी गिरावट हो सकती है।

इस एजेंसी ने शुक्रवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा है कि सोने की कीमतें मुख्य रूप से ब्याज दरों को लेकर अमेरिका की नीति पर निर्भर करेंगी। अमेरिका अगर ब्याज दरों में इजाफा करने का फैसला लेता है, तो सोने की कीमत भारत में 20,500 रुपये प्रति 10 ग्राम से लेकर 24,000 रुपये तक हो सकती है।

इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च के मुताबिक अगले साल सोने की कीमतों में 10 से 25 फीसदी तक की गिरावट देखने को मिलेगी। अगर अमेरिका ब्याज दरों में बढ़ोतरी के फैसले को टाल देता है और जापान के अलावा यूरोपीय देश मौद्रिक नीति में कोई बदलाव नहीं करते हैं तो अमेरिकी डॉलर में उछाल के साथ ही सोने की कीमतों में भी इजाफा देखने को मिलेगा। इसका असर भी भारत में सोने की कीमतों पर देखने को मिलेगा। ऐसे हालात में भारत में इस पीली धातु के दाम 29,500 प्रति 10 ग्राम से 30,500 तक भी पहुंच सकते हैं।

बाजार के इस अनिश्चितता भरे माहौल में सोने में निवेश में इजाफा हो जाता है। जिसके चलते दुनिया भर के केंद्रीय बैंक सोने की खरीद कर खजाने में रखते हैं। आंकड़ों के मुताबिक 2008 की मंदी के बाद से 2014 तक सोने में केंद्रीय बैंकों ने सबसे अधिक निवेश किया। लेकिन अब ऐसी अनिश्चितता की स्थिति खत्म हो गई है और सब कुछ सही रहा तो आने वाले दिनों में सोने के दाम में ख़ासी गिरावट देखने को मिल सकती है। यह कीमतें 2009 के स्तर पर भी पहुंच सकती हैं।