मायूस लौटे सैकड़ों विदेशी पर्यटक, वसीम रिज़वी की नियुक्ति के खिलाफ प्रदर्शन, 14 जून को जेल भरो आंदोलन

लखनऊ:  शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड में वसीम रिजवी की अवैध नियुक्ति व भ्रष्ट सदस्यों को लाए जाने के खिलाफ आज शहर के मातमी अन्जुमनों ने बड़े इमामबाड़े में ताला डाल दिया।  इस दौरान कोई भी पर्यटक इमामबाड़ा और भूल भलयाँ नहीं देख पाईगा। 4 जून को मौलाना सैयद कल्बे जव्वाद नकवी के मकान पर हुई मातमी अन्जुमनों की बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया कि 14 जून रविवार को राज्य सरकार की नाइंसाफियों के खिलाफ नाजमि साहब के इमामबाड़ा विक्टोरिया स्ट्रीट से जेल भरो आंदोलन शुरू किया जाएगा जब तक सरकार हमारी मांगों पूरी नहीं करेगी जेल भरो आंदोलन जारी रहेगा जिसमें लाखों गरफतारीयाॅ पूरे उत्तर प्रदेश से दी जाएंगी।

जुमा की नमाज़ के बाद बड़े इमामबाड़े के मुख्य दरवाजे पर ताला डाल दिया गया । हर दिन दो शहर की मातमी अन्जुमनें दरवाजे के बाहर सरकार की नाइंसाफियों के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठेगी जिसमें अनजूमने नुरे इमान और अन्जुमने इमाम महदी ने आज धरने की शुरुआत की । मातमी अन्जुमनों ने मुलायम सिंह यादव के उस पत्र का बैनर  बनवाकर इमाम बाड़े के गेट पर लगा दिया है जिसमें उन्होंने वादा किया था कि वह मौलाना कल्बे जव्वाद की इच्छा अनुसार ही वक्फ बोर्ड में काम कराएंगे लेकिन वह अपने वादे पर कायम नहीं रहे।

मौलाना कल्बे जव्वाद नकवी ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि जितनी सरकारें आई हैं, उनमें सबसे ज्यादा भ्रष्ट यही सरकार है। मुजफरनगर जैसे बड़े दंगों में सरकार का ही हाथ है । समाजवादी सरकार के दामन पर हिंदू और मुसलमानों के खून के दाग हैं । 2017 में हिंदू और मुसलमान इस सरकार को माफ नहीं करेंगे। वर्तमान सरकार केवल कन्नौज एटा और मैनपुरी तक सिमट कर रह जाएगी .मोलाना ने प्रदर्शनकारियों से कहा कि हमारा विरोध इबादत है क्योंकि हम इमाम की संपत्ति की रक्षा के लिए खड़े हैं और इमाम की संपत्ति की सुरक्षा अनिवार्य है ।14 जून से हम नाजमि साहब के इमामबाड़े से जेल भरो आंदोलन शुरू करेंगे जो मांग स्वीकार किए जाने तक जारी रहेगा । मोलाना ने कहा कि शहर की मातमी अन्जुमने फख्र के काबिल हैं जो इस आन्दोलन में भाग ले रही हैं ।मोलाना ने कहा कि आने वाले शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के कई और जिलों में सरकार के खिलाफ विरोध होंगे। इस शुक्रवार को रामपुर, उन्नाव, कानपुर, इलाहाबाद , गाजीपुर, इटावा जैसे दूसरे एस महत्वपूर्ण शहरों में प्रदरषन हुआ और डीएम सिटी को ज्ञापन दिया गया।