अयोध्या: राम मंदिर निर्माण में हो रहे विलंब के कारण साधु संतों में व्याप्त असंतोष के बीच भाजपा सांसद और नब्बे के दशक में मंदिर आंदोलन का चेहरा रहे विनय कटियार ने आज कहा कि यही समय है कि भाजपा सरकार इस संबंध में किये गये वायदे को पूरा करने की दिशा में कुछ संकेत दे।

कटियार ने कहा, ‘उच्चतम न्यायालय के फैसले का इंतजार किये बिना सरकार को या तो वार्ता या फिर कानून बनाकर इस मुद्दे के समाधान के लिए कदम उठाना चाहिए।’ विधेयक पारित कराने के लिए राज्यसभा में अपेक्षित बहुमत नहीं होने को लेकर राजग सरकार द्वारा अपनाये गये रूख पर कटियार ने कहा कि विधेयक लोकसभा में ही लाया जाए, जहां सरकार को बहुमत है और फिर विधेयक को राज्यसभा में रखा जाए। जनता को पता लगना चाहिए कि राम मंदिर पर किये गये वायदे को पूरा करने के लिए सरकार क्या कुछ कर रही है।

उन्होंने कहा कि इससे लोगों के दिमाग में हमारे इरादों को लेकर उपजा भ्रम खत्म होगा और यह दुष्प्रचार करने वालों का भी पर्दाफाश हो जाएगा कि हम मंदिर मुद्दे पर गंभीर नहीं हैं। कटियार ने कहा कि सभी समस्याएं बातचीत के जरिए हल हो सकती हैं और दशकों पुराने इस विवाद को लेकर वार्ता जारी रहनी चाहिए।

मंदिर आंदोलन के केन्द्र में रहे कटियार ने कहा कि मोदी सरकार इस मुद्दे पर सत्ता में नहीं आयी है लेकिन ये मुद्दा भाजपा के वोटरों के लिए देश के विकास जितना ही महत्वपूर्ण है। जब विलंब के कारण राम भक्तों में रोष की ओर ध्यान दिलाया गया तो उन्होंने कहा कि यदि मामले को और लंबे समय तक ठंडे बस्ते में रखा गया तो उनके गुस्से की सभी सीमाएं पार हो सकती हैं। केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह कह चुके हैं कि सरकार कानून बनाकर इस मुद्दे का हल निकालने की स्थिति में नहीं है क्योंकि राज्यसभा में उसके पास बहुमत नहीं है।a