लखनऊ: एनएफपीई से संबद्ध अखिल भारतीय डाक कर्मचारी संघ का 30 वां राष्ट्रीय अधिवेशन राजधानी लखनऊ में 4 जून से 7 जून तक बाबा साहब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय रायबरेली रोड लखनऊ के प्रेक्षागृह में होगा । इस अधिवेशन में देश के सभी परिमंडलों से हजारों की तादाद में डाक कर्मचारी भाग लेंगे ।

हज़रतगंज स्थित पोस्ट मास्टर जनरल कार्यालय के कमिटी हाल में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में संगठन के महासचिव और आयोजक वीरेन्द्र तिवारी ने बताया कि इस अधिवेशन के दौरान डाक कर्मचारियों को अपनी वर्गीय मांगों के साथ-साथ केंद्रीय व राज्य कर्मचारियों की आम समस्याओं, सेवा शर्तों एवं सातवें केंद्रीय वेतन आयोग की प्रतीक्षित सिफारिशों के संदर्भ सहित केंद्र सरकार की नई आर्थिक नीति जो किसी न किसी रुप में जनमानस, किसान, मजदूरों आदि  के प्रतिकूल है पर गहन विचार-विमर्श के लिए तमाम जन संगठनों से जुड़े वरिष्ठ पदाधिकारी, बुद्धिजीवी तथा जनप्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे। अधिवेशन में 11  सूत्री लंबित मांगों के त्वरित निराकरण हेतु सर्वसम्मति से अपने संघर्ष कार्यक्रम को सफल बनाने की रणनीति की जाएगी ।

लंबित मांगों में  मंहगाई भत्ते का मूल वेतन में विलय, सभी डाक कर्मचारियों को अंतरिम राहत प्रदान करना, ग्रामीण डाक सेवकों को सातवें वेतन आयोग की परिधि में लाकर उनका वेतन निर्धारण, नयी पेंशन योजना समाप्त कर सभी कर्मचारियों हेतु पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करना, सातवें केंद्रीय वेतन आयोग की सिफारिशें 1 जनवरी 2014 से लागू करना, दैनिक वेतन भोगी एवं संविदाकर्मियों का नियमितीकरण, मृतक आश्रित नियुक्ति में पांच प्रतिशत की सीमा समाप्त करना, रिक्त पदों को तत्काल भरना, सरकारी कार्य संचालन में निजीकरण, ठेकेदारी तथा आउटसोर्सिंग की प्रथा समाप्त करना, उत्पादकता आधारित बोनस सभी केंद्रयीय कर्मचारियों को दिया जाना और समयोपरिभत्ता रात्रिकालीन ड्यूटी भत्ता पुनरीक्षित किया जाना शामिल है । 

उन्होंने बताया कि इस राष्ट्रीय अधिवेशन में कर्मचारियों के उत्साहवर्धन एवं मार्गदर्शन के लिए काम. तपन सेन महासचिव सीटू, काम. सुभाषिनी अली पूर्व सांसद, काम. शिवगोपाल मिश्रा महासचिव एआईआरएफ, काम. एम कृष्णा महासचिव सीसीजीईडब्लू, काम. आरके पांडे, काम. हरिकिशोर तिवारी आदि उपस्थित रहेंगे।

इस अलावा राष्ट्रीय अधिवेशन में बदलते परिवेश में डाक विभाग की भूमिका पर एक सेमिनार का भी आयोजन होगा जिसमें नई दिल्ली स्थित डाक महानिदेशालय के वरिष्ठ अधिकारी तथा उप्र परिमंडल की प्रमुख डॉ सरिता सिंह, बीबीएयू के कुलपति प्रो. आरसी सोबती, कुलसचिव श्रीमती सुनीता चंद्रा, मोहनलालगंज लखनऊ के सांसद कौशल किशोर, तथा मेयर डॉ दिनेश शर्मा आदि अपने विचार व्यक्त करेंगे।