लखनऊ:  भारतीय जनता पार्टी ने विधान परिषद की नामित होने वाली नौ सीटों के कोटे को लेकर राजभवन के साथ हो रही रस्सा-कशी का जिम्मेदार अखिलेश सरकार को बताया है। प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने इस गतिरोध को लोकतंत्रिक संस्थाओं के लिए चिंताजनक बताया है।

पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि उ0प्र0 में संवैधानिक संस्थाओं को सपा सरकार ने मजाक बना दिया है। प्रदेश सरकार विधान सभा संचालन में भी केवल औपचारिकता ही निभाती है और वर्षाकालीन, शीतकालीन और बजट सत्र को भी पूरा नहीं करती है जबकि 90 दिन की व्यवस्था है। भारतीय जनता पार्टी के विधानमण्डल दल के नेता सुरेश खन्ना द्वारा विधानसभा सत्र के नियमित संचालन की लगातार मांग की जाती रही है।

प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने आरोप लगाया कि आज प्रदेश सरकार में लोक सेवा आयोग से लेकर तमाम आयोगों में योग्यता का पैमाना केवल सपाई और जाति विशेष को होना ही हो गया है। प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न मंत्रालयों में सलाहकार नियुक्ति का आधार भी केवल सपा का जातिवाद ही है।

प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री को एमएलसी दावेदारी की योग्यता को स्पष्ट करना चाहिए। प्रदेश में संगीत, कला, पत्रकारिता, साहित्य व लेखन आदि से जुड़े हुये लोग प्रदेश सरकार की एमएलसी सूची देखकर ठगे हुए महसूस कर रहे है। उत्तर प्रदेश संगीत, कला, पत्रकारिता और साहित्य, लेखन के क्षेत्र में बहुत समृद्धि और विशिष्ट पहचान वाला प्रदेश है। एम.एल.सी. नामित होने में उन प्रतिभाओं का ध्यान रखना चाहिए।