एक उपनिदेशक और एक सहायक निदेशक को दी प्रतिकूल प्रविष्टि

चार सहायक निदेशकों, एक सूचना अधिकारी, तीन अति0 जिला सूचना अधिकारियों को जारी किया ‘कारण बताओं नोटिस

लखनऊ: सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग निदेशक आशुतोष निरंजन ने स्थानान्तरित कर्मचारियों को कार्यमुक्त न किये जाने पर एक उपनिदेशक और एक सहायक निदेशक की भर्तसना करते हुये उन्हें प्रतिकूल प्रविष्टि दी है। साथ ही स्थानान्तरित और कार्यमुक्त किये गये चार सहायक निदेशकों तथा तीन अतिरिक्त जिला सूचना अधिकारियों को अभी तक अपनी अपनी नवीन तैनाती स्थल पर कार्यभार ग्रहण न किये जाने के लिए ‘कारण बताओ नोटिस’ जारी किया है और उनसे तीन दिनों के अन्दर अपना स्पष्टीकरण दिये जाने के निर्देश दिये हैं। निर्धारित अवधि के अन्दर यदि इन अधिकारियों ने अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत नहीं किया तो उनके विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी।

इस संबंध में जारी कार्यालयादेश के अनुसार विंध्याचल (मिर्जापुर) मण्डल के उपनिदेशक विनोद कुमार पाण्डेय ने अपने अधीनस्थ अतिरिक्त जिला सूचना अधिकारी ओम प्रकाश उपाध्याय को जनपद-अम्बेडकरनगर स्थानान्तरण के बावजूद अभी तक कार्यमुक्त नहीं किया है।  शासकीय कार्यों की इसी अवहेलना के लिए सूचना निदेशक ने  विनोद कुमार पाण्डेय को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गयी है। इसी प्रकार देवीपाटन मण्डल (गोण्डा) के सहायक निदेशक, अवधेश कुमार को अपने अधीनस्थ अतिरिक्त जिला सूचना अधिकारी शिवनाथ के स्थानान्तरण के बावजूद उन्हें नवीन तैनाती स्थल पर कार्यभार ग्रहण करने के लिये कार्यमुक्त न किये जाने पर प्रतिकूल प्रविष्टि दी गयी है।

श्री निरंजन ने जिन स्थानान्तरित व कार्यमुक्त पर अभी तक अपने नवीन तैनाती स्थल पर कार्य भार ग्रहण न करने वाले सहायक निदेशकों को ‘कारण बताओ नोटिस’ जारी की है उनमें हंसराज, सत्य प्रकाश श्रीवास्तव, ओम प्रकाश राय एवं नजीब अन्सारी शामिल हैं। सूचना अधिकारी, लाल बिहारी सिंह को मथुरा स्थानान्तरित और कार्यमुक्त किये जाने के बाद भी अपने नवीन तैनाती स्थल पर कार्यभार ग्रहण न करने पर ‘कारण बताओ नोटिस’ जारी किया है। जिन तीन अतिरिक्त जिला सूचना अधिकारियों को ‘कारण बताओं नोटिस जारी किया है उनमें आज़मगढ़ के राम नयन यादव, गोण्डा के शिवनाथ तथा मिर्जापुर के ओमप्रकाश उपाध्याय शामिल हैं।

सूचना निदेशक आशुतोष निरंजन ने सहायक निदेशक सत्य प्रकाश श्रीवास्तव, हंसराज द्वारा प्रस्तुत किये गये चिकित्सा अवकाश प्रार्थना पत्र को चिकित्सा परिषद से स्वास्थ्य परीक्षण कराये जाने के लिये मुख्य चिकित्सा अधिकारी लखनऊ को संदर्भित किया है।