लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी फूड पार्क के बहाने राजनीति करने में जुटे है। प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि अपने संसदीय क्षेत्र तक की परियोजनाओं को 10 वर्षो के यूपीए शासन के दौरान मूर्त रूप न दिला पाने के दोषी स्वयं राहुल गांधी ही है। जिस समाजवादी पार्टी के समर्थन से वे सांसद है, वह सरकार दम तोड़ते किसानों के प्रति बेपरवाह है। शासकीय सहायता के दावों के बीच सच यह है कि राज्य में पिछले वर्ष के सुखा राहत तक का पैसा वितरित नहीं कर पायी अखिलेश सरकार।

पार्टी मुख्यालय पर सोमवार को प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी के प्रवास के दौरान मोदी सरकार पर की गयी टिप्पणियों का जबाव देते हुए कहा कि हम बदला नहीं बदलाव की राजनीति करते है। बदलाव आमजन के जीवन स्तर में आये इसके प्रयास में जुटे है इसलिए गरीब को समर्पित मोदी सरकार एक रूपये प्रतिमाह यानि 12 रूपये में र्दुघटना बीमा। 360 रूपये में जीवन बीमा। पेंशन योजना की शुरूआत कर गांव गरीब के आमजन को सामाजिक सुरक्षा प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा अपनी विकास विरोधी मानसिकता के चलते कांग्रेस युवराज राहुल गांधी भारत में निवेश का बेहतर वातावरण बने इस कोशिश में जुटी मोदी सरकार को कटघरे खड़ा करने में जुटे हुए है। 

उन्होंने कहा कि जो लोग अपने संसदीय क्षेत्र तक से दूर रहे है वे आरोप लगा रहे है कि किसानों के घर नहीं जा रही है मोदी सरकार, शायद उन्हें जानकारी नहीं है, कि उन्ही के लोकसभा क्षेत्र की प्रत्याशी रही स्मृति ईरानी जो भारत सरकार में मंत्री है, उनसे पहले अमेठी संसदीय क्षेत्र के दौरे पर हो आयी है। केन्द्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, नीतिन गड़करी, उमा भारती, कलराज मिश्र, मेनका गांधी, संतोष गंगवार, संजीव बालियान सहित अन्य केन्द्रीय मंत्री किसानों के बीच उनकी मेड़ तक होकर आये है। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह तथा राज्य भाजपा अध्यक्ष डा0 लक्ष्मीकांत बाजपेयी लगातार किसानों से संवाद कर उनके साथ खडे है, पर हसिये पर आयी कांग्रेस को यह सब दिखाई नहीं देता। उ0प्र0 में समाजवादी पार्टी की बी टीम की तरह काम करती कांग्रेस अपने शीर्ष नेताओं सोनियां गांधी, राहुल गांधी को दिये समर्थन का एहसान चुकाने में जुटी है। इसी लिए अखिलेश सरकार की बेपरवाह किसान विरोधी नितियां उसे दिखती ही नहीं।

श्री पाठक ने कहा जब किसान मर रहे थे तो छुट्टी पर थे अब छुट्टी खत्म हुई तो किसान याद आये। राज्य में किसान दम तोड़ रहा है, अपने संसदीय क्षेत्र के दौरे पर आये कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी सच्चाई यदि जानना चाहेंगे तो जानेंगे कि लाख दावे के बाद भी सरकारी सहायता किसानों तक नीं पहुंच पा रही है। हालात यह है कि पिछले वर्ष के सुखा राहत का पैसा कागजी फिताशाही के कारण बट नहीं पाया। विज्ञापनों के सहारे किसान वर्ष मनाने में जुटी अखिलेश सरकार के राज में किसान बदहाल है।