रिलायंस के लिए काम कर रही थीं गैमलिन : केजरीवाल

नई दिल्ली। दिल्ली के कार्यकारी मुख्यसचिव के पद पर शकुंतला गैमलिन की नियुक्ति को लेकर उठे विवाद पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को उन पर खुला हमला बोल दावा किया कि सरकार के पास ऎसे साक्ष्य मौजूद हैं जिनसे यह स्पष्ट होता है कि ऊर्जा सचिव रिलायंस की बिजली कंपनी के लिए काम करने में जुटी हुई थीं।

केजरीवाल ने तिपहिया चालकों की एक रैली को संबोधित करते हुए गैमलिन का नाम लिए बिना सार्वजनिक रूप से हमला किया। उन्होंने कहा, ऊर्जा विभाग में सचिव ऊर्जा मंत्री के पास आईं और कुछ कागजों पर उनके हस्ताक्षर मांगे। ऊर्जा मंत्री ने जब इन कागजों को देखा तो ये सुझाव पत्र नहीं, बल्कि गारंटी कागज थे। इन पत्रों के बारे में जब मंत्री ने सचिव से पूछा तो उन्होंने कहा कि बिजली कंपनियां 11 हजार करोड़ रूपए का ऋण चाहती हैं और यह उसके लिए सुझाव पत्र है।

उन्होंने कहा कि वे कार्यकारी मुख्य सचिव के 10 दिन के कार्यकाल के दौरान उनको कोई गड़बड़ी नहीं करने देंगे। गौरतलब है कि केजरीवाल गैमलिन को कार्यकारी मुख्य सचिव नियु क्त नहीं करना चाहते थे और उप राज्यपाल ने उनकी वरिष्ठता को देखते हुए छुट्टी पर गए मुख्यसचिव की जगह उन्हें (गैमलिन) यह जिम्मेदारी सौंपी है।

इसको लेकर राजनिवास और दिल्ली सरकार के बीच खासा विवाद हो गया है। केजरीवाल ने नरेन्द्र मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार दिल्ली सरकार को फेल क रना चाहती है। भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों दिल्ली सरकार के कामकाज में टांग लगाने का कोई मौका नहीं चूक रहीं हैं।

भाजपा पर निशाना साधते हुए केजरीवाल ने कहा कि हम गरीबों के लिए काम करते हैं, जबकि भाजपा अंबानी के लिए काम करती है। भ्रष्टाचार के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार आने के बाद इसमें कुछ कमी आई है। उन्होंने लाईसेंस बनवाने के लिए भ्रष्टाचार का जिक्र करते हुए कहा कि इसमें भी हम कुछ कमी लाने में सफल हुए हैं और मेरी बेटी ने भी रिश्वत दिए बिना स्वयं अपना ड्राईविंग लाईसेंस बनवाया।