लखनऊ। श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनेंस उत्तर प्रद्रेश में अपने कारोबार का और अधिक विस्तार करेगी। कंपनी के प्रबंध निदेशक उमेश रेवनकर ने आज लखनऊ में इस बात की जानकारी दी। उन्होने बताया कि वर्तमान में कंपनी की यूपी में 46 शाखायें और 95 ग्रामीण केन्द्र हैं। वित्तीय वर्ष 2015-16 में 24 और शाखाएं तथा 40 ग्रामीण केन्द्र खोले जायेगे। उमेश रेवेनकर ने बताया कि प्रदेश में विकास हो रहा है इसीलिए कंपनी अपने आप को यहां विस्तारित कर रही है। 

ज्ञात हो कि श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनेंस नये और पुराने सभी प्रकार के व्यापारिक वाहनों को फाइनेंस करती है। प्रदेश में कंपनी का सबसे अधिक कारोबार कानपुर और इलाहाबाद में है। इसके अलावा कंपनी के कानपुर, हापुड़ और फैजाबाद में आॅटो माॅल भी है। यहां पर कंपनी द्वारा ग्राहकों को सेकेंड हैंड व्यापारिक वाहन उपलब्ध कराये जाते हैं। कंपनी नये वाहनों को 12 प्रतिशत की ब्याज दर पर फाइनेंस करती है, जबकि पुराने वाहनों की फाइनेंस दर दो से तीन प्रतिशत अधिक है।

वित्त वर्ष 2015 की चौथी तिमाही में श्रीराम ट्रांसपोर्ट की ब्याज आय 18 फीसदी बढ़कर 1085.4 करोड़ रुपये हो गई है। वित्त वर्ष 2014 की चैथी तिमाही में श्रीराम ट्रांसपोर्ट की ब्याज आय 920.5 करोड़ रुपये रही थी।

वित्त वर्ष 2015 की चैथी तिमाही में श्रीराम ट्रांसपोर्ट का मुनाफा 7.4 फीसदी बढ़कर 316.73 करोड़ रुपये हो गया है। वित्त वर्ष 2014 की चैथी तिमाही में श्रीराम ट्रांसपोर्ट की मुनाफा 294.96 करोड़ रुपये रहा था।

तिमाही दर तिमाही आधार पर चैथी तिमाही में श्रीराम ट्रांसपोर्ट की प्रोविजनिंग 323.85 करोड़ रुपये से बढ़कर 338.62 करोड़ रुपये रही जबकि पिछले साल की समान तिमाही में श्रीराम ट्रांसपोर्ट की प्रोविजनिंग 303.64 करोड़ रुपये रही थी।

श्रीराम ट्रांसपोर्ट के नतीजों पर बात करते हुए कंपनी के एमडी उमेश रेवांकर ने बताया कि कंपनी के कुल कारोबार का 10-15 फीसदी एयूएम मेट्रो शहरों से और इतनी ही एयूएम ग्रामीण बाजारों से आता है। उन्होंने कहा कि देश के ग्रामीण बाजार से अच्छी मांग आ रही है।