लखनऊ: गंगा-जमुनी तहजीब एवं अदब के शहर लखनऊ में वर्षों से चली आ रही परम्परा एवं आस्था का निर्वाहन करते हुए ज्येष्ठ के बड़े मंगल के शुभ अवसर पर हिन्दू-मुस्लिम एकता समिति की ओर से ई-ब्लाक मार्केट मेन रोड, राजाजीपुरम में एक विशाल भण्डारे का आयोजन एवं प्याऊ का आयोजन किया गया। उल्लेखनीय है कि नवाब वाजिद अली शाह की मां बेगम आलिया के समय से ही जारी उक्त परम्परा को हिन्दू-मुस्लिम एकता का प्रतीक माना जाता है। जिसका अनुसरण आज भी विभिन्न संगठनों द्वारा किया जा रहा है।

इस भण्डारे में हजारों ऋद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। भण्डारे के संदर्भ में हिन्दू-मुस्लिम एकता समिति के अध्यक्ष अरमान खान ने बताया कि भण्डारे का मुख्य उद्देश्य सामाजिक सद्भावना के साथ जनता के मध्य बेहतर समन्वय स्थापित करना है तथा जनमानस में यह संदेश प्रेषित करना है कि सभी धर्मों का आदर करना, आपसी भाईचारा बनाये रखना हमारा प्रबल सामाजिक कर्तव्य है।

इस भण्डारे की विशेषता यह रही कि इसमें विभिन्न धर्मों एवं सम्प्रदायों खासकर मुस्लिम वर्ग के युवाओं ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया और भण्डारे से सम्बन्धित विभिन्न कार्यों में हाथ बंटाया एवं प्रसाद वितरित किया। भण्डारे का आयोजन हिन्दू-मुस्लिम एकता समिति के  तत्वाधान में किया गया। जिसमें मुख्य रूप से मो0 सिराज खान, दिरगज प्रसाद, लोकेश शर्मा, अतीर्कुरहमान, कैफी, चन्द्रप्रकाश मथुरिया, कृष्ण कुमार गुप्ता, नीरज, जफर नईम, राजू यादव, आनन्द यादव, राजीव यादव, अजहर फारूकी, प्रभाकर सिंह, शालू वाजपेयी, सोनू पंडित, विजेन्द्र सिंह, शिवपाल सावरिया पार्षद, करन प्रताप सिंह आदि का सराहनीय योगदान रहा।